पटना में विपक्षी नेताओं का महाजुटान, महाबैठक में शामिल होने सबसे पहले पहुंची महबूबा मुफ्ती; थोड़ी देर में नीतीश से होगी मुलाकात

पटना में विपक्षी नेताओं का महाजुटान, महाबैठक में शामिल होने सबसे पहले पहुंची महबूबा मुफ्ती; थोड़ी देर में नीतीश से होगी मुलाकात

PATNA : भाजपा मुक्त भारत बनाने की कवायद में जुटे देश के तमाम विपक्षी दलों के नेताओं की कल यानी 23 जून को राजधानी पटना में बैठक होनी है। इस बैठक की अगुवाई बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कर रहे हैं। यह बैठक मुख्यमंत्री आयोजित की जाएगी। इसी कड़ी में अब इस बैठक में शामिल होने को लेकर जम्मू -  कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पटना पहुंच गई हैं। इनको एयरपोर्ट पर बिहार सरकार के मंत्री  शीला मंडल ने रिसीव किया। महबूबा मुफ्ती सीधे राजकीय अतिथिशाला पहुंची। कुछ देर बाद यह सीएम नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास पर जाएगी।


दरअसल, विपक्षी दलों की बैठक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर होगी। इस बैठक में 19 पार्टियां मौजूद रहेगी। इस बैठक में मुख्य रूप से भाजपा व उसके सहयोगियों के खिलाफ संयुक्त विपक्ष का एक ही उम्मीदवार देने पर चर्चा की जाएगी। विपक्षी दलों की बैठक को लेकर आज जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के बाद,दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, भाकपा महासचिव डी राजा, भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य आज पटना पहुंच जाएंगे। यह लोग राजकीय अतिथिशाला में रुकेंगे और कल विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा लेंगे।  


मालूम हो कि, 2024 के लोकसभा चुनाव से लगभग 9-10 महीने पटना में कल विपक्षी दलों का बैठक होने वाला है। इस बैठक की अगुवाई खुद बिहार के सीएम नीतीश कुमार कर रहे हैं।इसको लेकर वो पिछले कई महीनों से देश भर के विपक्षी दलों के नेता से मिल रहे थे और उन्हें साथ आने का निमंत्रण दे रहे थे। अब उनके इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए अलग-अलग दलों के नेताओं का जुटान होना है। इन तमाम दलों का मकसद 2024 के चुनाव से पहले विपक्षी एकजुटता कर भाजपा के खिलाफ पूरे देश को मात्र एक विकल्प देना है।


इधर, इस बैठक को लेकर नीतीश कुमार के बेहद करीबी नेता और बिहार सरकार के मंत्री  विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि सभी विपक्षी दल मिलकर चुनाव लड़ेंगे तो भाजपा की वापसी संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी दल मिलकर कैसे चुनाव लड़ सकते हैं, इसी पर 23 जून को पटना में होने वाली बैठक में चर्चा होगी।