पंचायत चुनाव में राजद के सूरमाओं की भारी फजीहत: बाहुबली रामा सिंह के भाई, विधायक हरिशंकर के बेटे-संबंधी की हार, जिलाध्यक्ष भी औंधे मुंह गिरे

पंचायत चुनाव में राजद के सूरमाओं की भारी फजीहत: बाहुबली रामा सिंह के भाई, विधायक हरिशंकर के बेटे-संबंधी की हार, जिलाध्यक्ष भी औंधे मुंह गिरे

PATNA: बिहार में चल रहे पंचायत चुनाव के आंठवे चरण की मतगणना में राजद के सूरमाओं की भारी फजीहत हुई है. राजद के बाहुबली नेता औऱ विधायक पति रामा सिंह अपने भाई को मुखिया के चुनाव में जीत नहीं दिला पाये. राजद के एक औऱ विधायक हरिशंकर यादव के बेटे और संबंधी मुखिया पद की रेस में औंधे मुंह गिरे. पार्टी के एक जिलाध्यक्ष ने भी मुखिया चुनाव में किस्मत आजमायी लेकिन हार का ही सामना करना पड़ा.

रामा सिंह के भाई की हार

राजद के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद हैं रामा सिंह. आपको याद होगा कि रामा सिंह को स्व. रघुवंश बाबू के जबरदस्त विरोध के बावजूद राजद में शामिल कराया गया और फिर उनकी पत्नी को विधानसभा चुनाव में टिकट दिया गया. रामा सिंह की पत्नी वीणा सिंह फिलहाल महनार से राजद विधायक भी हैं. लेकिन पंचायत चुनाव में रामा सिंह अपने भाई श्याम किशोर सिंह को मुखिया नहीं बनवा पाये. श्याम किशोर सिंह सहदेई बुजुर्ग प्रखंड के चढ़तै पंचायत में मुखिया पद के लिए चुनाव लड़ रहे थे लेकिन उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा.


राजद के जिलाध्यक्ष भी हारे

वैशाली जिले में राजद के अध्यक्ष हैं वैद्यनाथ चंद्रवंशी. वे महुआ के जलालपुर गंगती पंचायत से मुखिया भी थी. इस दफे हुए चुनाव में वैद्यनाथ चंद्रवंशी फिर से मैदान में आये. लेकिन राजद के जिलाध्यक्ष को भी मुखिया के चुनाव में हार का सामना करना पडा. 

विधायक हरिशंकर यादव की भी दुर्गति

उधर सीवान के रघुनाथपुर से RJD के विधायक हरिशंकर यादव की भी पंचायत चुनाव में दुर्गति हुई. सीवान के कुशहरा पंचायत से मुखिया का चुनाव लड़ रहे उनके बेटे सुरेंद्र यादव हार गए. विधायक की एक संबंधी और फुलवरिया पंचायत से मुखिया रही मीना देवी भी इस दफे चुनाव हार गई है.


खानदानी सीट पर जीत नहीं पाया बेटा

हम आपको बता दें कि राजद के विधायक हरिशंकर यादव पहले मुखिया हुआ करते थे. 1979 से लगातार रघुनाथपुर प्रखंड के कुशहरा पंचायत के मुखिया का पद हरिशंकर यादव के परिवार के पास रहा है. खुद हरिशंकर यादव इस पंचायत से मुखिया थे. मुखिया रहते ही उन्होंने 2015 में विधानसभा चुनाव लड़ा था औऱ विधायक चुन लिये गये थे. उसके बाद 2016 के पंचायत चुनाव में हरिशंकर यादव के बेटे सुरेंद्र यादव जीत कर मुखिया बने थे. लेकिन इस दफे जनता ने सुरेंद्र यादव को रिजेक्ट कर दिया. 2021 के पंचायत चुनाव में विधायक हरिशंकर यादव के बेटे सुरेंद्र यादव को चंदन कुमार पाठक ने 494 वोट के अंतर से हरा दिया.