ये राजनीति है: नीतीश को जेल भेजने का वादा कर चुनाव जीतने वाले लोजपा विधायक जेडीयू में गये, बोले- नीतीश तो मेरे आदर्श हैं

ये राजनीति है: नीतीश को जेल भेजने का वादा कर चुनाव जीतने वाले लोजपा विधायक जेडीयू में गये, बोले- नीतीश तो मेरे आदर्श हैं

PATNA : बिहार में पलटीमार सियासत का फिर बेजोड़ नमूना देखने को मिला. बिहार विधानसभा के पिछले चुनाव में नीतीश कुमार को जेल भिजवा देने के नारे पर चुनाव जीतने वाले लोक जनशक्ति पार्टी के विधायक आज नीतीश कुमार की पार्टी में शामिल हो गये. मजेदार बात सुनिये. जेडीयू में शामिल होते ही विधायक राज कुमार सिंह बोले-नीतीश कुमार तो शुरू से मेरे आदर्श थे. इसलिए आज जेडीयू में शामिल हो गया हूं.


दरअसल बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी के एकमात्र विधायक राज कुमार सिंह ने जेडीयू का दामन थाम लिया. उन्होंने विधानसभा में अपनी पार्टी का विलय ही जेडीयू में करा दिया. विधानसभा अध्यक्ष की ओर से निकाली गयी अधिसूचना के मुताबिक राज कुमार सिंह ने 5 अप्रैल को ये जानकारी दी थी कि वे अपनी पार्टी का विलय जेडीयू में करना चाहते हैं. 6 अप्रैल को इसकी मंजूरी दे दी गयी और राजकुमार सिंह जेडीयू के विधायक बन गये.


शाम में नीतीश से मिलने पहुंचे
जेडीयू में शामिल होने की रस्म अदायगी के बाद राज कुमार सिंह शाम में नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास पहुंचे. वहां सांसद ललन सिंह से लेकर मंत्री विजय चौधरी औऱ अशोक चौधरी मौजूद थे. नीतीश कुमार ने उन्हें जेडीयू की सदस्यता दिलायी औऱ फिर जब राज कुमार सिंह बाहर निकले तो मीडिया से बोले “मैं भले ही लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन नीतीश कुमार मेरे शुरू से आदर्श थे. चिराग पासवान से मेरा बहुत वास्ता नहीं रहा. मैं शुरू से एनडीए में था औऱ आज एनडीए के प्रमुख दल जेडीयू में शामिल हो गया हूं. नीतीश कुमार के साथ मिलकर बिहार का विकास करूंगा.”


चुनाव में नीतीश को जेल भिजवाने का दिया था नारा
दिलचस्प बात ये है कि विधानसभा चुनाव में राज कुमार सिंह का प्रचार करने गये चिराग पासवान ने उनके क्षेत्र में ये नारा दिया था कि अगर लोजपा की सरकार बनी तो वे नीतीश कुमार को भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भिजवायेंगे. राज कुमार सिंह भी जेडीयू के भ्रष्टाचार से लोगों को मुक्त कराने का दावा करके लोगों से वोट मांगा था. आज राज कुमार सिंह ने कहा कि चिराग पासवान तो जेडीयू को हराने के लिए चुनाव लड़ रहे थे. वे अपनी बदौलत चुनाव जीत कर आये हैं.


पहले से ही संपर्क में थे राजकुमार सिंह
दरअसल विधानसभा चुनाव के बाद से ही राजकुमार सिंह जेडीयू के संपर्क में थे. वे जेडीयू के मंत्री अशोक चौधरी से लगातार मिल रहे थे. नीतीश कुमार से भी मिल आये थे. हालांकि मीडिया जब भी ये पूछती कि जेडीयू में कब शामिल होंगे, वे सवाल को टाल जा रहे थे.  राज कुमार सिंह ने बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष पद के लिए हुए चुनाव में जेडीयू के उम्मीदवार महेश्वर हजारी को वोट दिया था. पार्टी लाइन से अलग जा कर उन्होंने जेडीयू का समर्थन किया था. इसके बाद लोजपा ने उन्हें नोटिस जारी कर पूछा था कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जाये.


विधायक का मासूम कारण
बेगूसराय के मटिहानी से विधायक राज कुमार सिंह ने कहा कि विधानसभा उपाध्यक्ष के पद के चुनाव में पार्टी की ओर से कोई दिशा निर्देश नहीं आया था. लेकिन चूंकि स्पीकर पद के लिए हुए चुनाव में पार्टी ने उन्हें बीजेपी के विजय कुमार सिन्हा का समर्थन करने को कहा था. इसलिए उपाध्यक्ष के चुनाव में उन्होंने जेडीयू को वोट दे दिया. राज कुमार सिंह कह रहे हैं कि इसके लिए उन्हें पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया. इससे वे आहत हुए औऱ इसलिए पार्टी छोड़ने का फैसला ले लिया.


जेडीयू से हो गयी है डीलिंग
जानकार सूत्रों की मानें तो राज कुमार सिंह की जेडीयू से डीलिंग हो गयी है. उन्हें मंत्री का दर्जा देने का ऑफर दिया गया है. हालांकि इससे पहले हुए मंत्रिमंडल के विस्तार के समय भी उनके जेडीयू में जाने की चर्चा थी. लेकिन तब मंत्री पद को लेकर बात नहीं बनने के कारण मामला टल गया था.