नीतीश कुमार के गेस्ट हाउस में MLA-MLC को भी एंट्री नहीं मिली: हजारों पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में बेतिया पहुंचे सीएम

नीतीश कुमार के गेस्ट हाउस में MLA-MLC को भी एंट्री नहीं मिली: हजारों पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में बेतिया पहुंचे सीएम

BETIAH: समाधान यात्रा पर निकले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरूवार की दोपहर बगहा से बेतिया पहुंच गये। हजारों पुलिसकर्मियों के सुरक्षा घेरे में नीतीश कुमार का काफिला बेतिया के सर्किट हाउस में पहुंचा. सुरक्षा का हाल ये था कि नीतीश का ठिकाना बने सर्किट हाउस में विधायकों औऱ विधान पार्षदों को भी एंट्री नहीं मिली. सुबह से ही इंतजार कर रहे जेडीयू के कई नेता भी सर्किट हाउस के बाहर चक्कर काटते रह गये।


बता दें कि नीतीश कुमार ने बुधवार से समाधान यात्रा की शुरूआत की है. पहले दिन वे बगहा और वाल्मिकीनगर इलाके में थे और आज वे बेतिया पहुंचे. गुरुवार की दोपहर सीएम का काफिला बेतिया सर्किट हाउस पहुंचा. नीतीश कुमार की सुरक्षा के लिए बगहा से बेतिया तक चप्पे चप्पे पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी थी. इस रास्ते पर आम लोगों की आवाजाही घंटों रोक दिया गया ताकि सीएम को कोई खतरा नहीं हो। 


MLA-MLC को भी एंट्री नहीं

नीतीश कुमार गुरूवार की दोपहर बेतिया सर्किट हाउस पहुंचे. लेकिन बुधवार से ही सर्किट हाउस पुलिस के कब्जे में था. सुरक्षा व्यवस्था ऐसी कि परिंदा भी पर नहीं मार सके. नीतीश कुमार को शायद विधायकों से भी डर था. लिहाजा बिहार के मुख्यमंत्री से मिलने औऱ उनका स्वागत करने पहुंचे सिकटा से माले विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता को सर्किट हाउस के अंदर जाने नहीं दिया गया. राजद के विधान पार्षद सौरभ कुमार भी सीएम से मिलने पहुंचे लेकिन उनकी गाड़ी को सर्किट हाउस कैंपस में घुसने नहीं दिया गया। 


बाहर ही चक्कर काटते रह गये जेडीयू नेता

उधर सीएम का स्वागत करने के लिए जेडीयू के कई नेता सुबह से ही सर्किट हाउस के बाहर खड़े थे. जदयू के जिलाध्यक्ष शत्रुघ्न कुशवाहा के नेतृत्व में दो दर्जन से अधिक जदयू नेता सर्किट हाउस पहुंचे थे. लेकिन प्रशासन ने उन्हें अंदर जाने नहीं दिया. लिहाजा जेडीयू नेता बाहर की चक्कर काटते रह गये।


हजारों पुलिसकर्मियों की तैनाती

समाधान यात्रा पर निकले नीतीश कुमार का जनसभा या आम लोगों से मिलने का कोई कार्यक्रम नहीं है. लेकिन फिर सुरक्षा के लिए हजारों पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. सिर्फ पश्चिम चंपारण जिले के ही नहीं बल्कि आस-पास के जिलों से भी पुलिसकर्मियों को बुला कर तैनात किया गया है. नीतीश का काफिला जिस रास्ते से गुजरेगा वहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात हैं. सीएम के भ्रमण और ठहराव वाले स्थानों पर सुरक्षा की इस तरह प्रबंध किया गया है कि परिंदा भी पर न मार सके। सुरक्षा में तैनात पदाधिकारियों और पुलिसकर्मियों को विशेष चौकसी और निगरानी रखने का आदेश दिया गया है। बाहर में खड़े जदयू के दर्जनों कार्यकर्ताओं को भी अंदर नहीं जाने दिया गया।


बता दें कि अतिथि गृह में करीब एक घंटे रुकने के बाद मुख्यमंत्री दो बजे के बाद समाहरणालय में जाएंगे। सबसे पहले जीविका दीदियों से संवाद करेंगे। जिले के चनपटिया, बैरिया, नौतन एवं मझौलिया की 70 जीविका दीदियों को बुलाया गया है। ये सभी दीदियां मुख्यमंत्री सतत जीविकोपार्जन योजना से लाभान्वित हैं। जीविका दीदियों की विकास गाथा सुनने के बाद सीएम जिले के विकास योजनाओं की समीक्षा करेंगे।