नीतीश के फैसले से गदगद हैं रीतलाल, बोले- शराबी पुलिसवालों की उतरनी चाहिए वर्दी, दारू बेचना शर्म की बात

नीतीश के फैसले से गदगद हैं रीतलाल, बोले- शराबी पुलिसवालों की उतरनी चाहिए वर्दी, दारू बेचना शर्म की बात

PATNA : इस वक़्त एक बड़ी खबर पटना से सामने आ रही है. बिहार में विपक्षी दल के नेता सरकार के फैसले के साथ खड़े हैं. दरअसल आरजेडी के विधायक रीतलाल यादव ने सीएम नीतीश के फैसले की सराहना की है. उन्होंने कहा है कि बिहार में शराब की बिक्री पुलिसवालों की नाकामी है. शराबबंदी वाले बिहार में दारू की तस्करी शर्म की बात है.


दानापुर से आरजेडी विधायक रीतलाल यादव ने शराब को लेकर नीतीश कुमार के फैसले का स्वागत किया है. शराबी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किए जाने के फैसले पर रीतलाल यादव ने कहा कि जिनके कंधों पर शराबबंदी की जिम्मेदारी दी गई है, उन्हें अपनी जिम्मेवारी बखूबी निभानी चाहिए. यदि कोई ऐसा नहीं करता है तब उसे सजा जरूर मिलनी चाहिए.


रितलाल यादव ने बिहार में शराबबंदी कानून के फेल होने की बात करते हुए कहा कि बिहार में शराब की फैक्ट्रियां बंद है, फिर भी करोड़ों की शराब कहां से आ रही है ? यदि यह शराब बाहर से आ रही है तो बॉर्डर पर पुलिस के रहते बिहार में यह कैसे पहुंच रही है. दारू कहां से पकड़ा रहा है. बॉर्डर पर पुलिसवाले तैनात हैं. शासन-प्रशासन ने हर तरह की व्यवस्था की है. फिर भी अगर हमारे बिहार में दारू आ रहा है तो ये शर्मिंदगी की बात है.


पुलिसवालों के बर्खास्त किये जाने के सीएम के फैसले को आरजेडी एमएलए रीतलाल यादव ने सही ठहराया. उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को जिम्मेदारी दी गई है, उसे अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए. कहीं यदि जिम्मेदारी हमें मिले और हम न निभाएं तो पनिशमेंट हमें  भी मिलनी चाहिए. 


आपको बता दें कि दो दिन पहले ही 15 फ़रवरी को मधनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की बैठक में सीएम ने एक नाडा निर्णय लिया है. उन्होंने साफ़ निर्देश दिया है कि अगर कोई भी पुलिसवाला शराब पीते पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उसे तत्काल बर्खास्त कर दें. बैठक में सीएम नीतीश ने कहा कि शराब का अवैध धंधा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. साथ ही गड़बड़ी करने वालों को भी सजा दी जा रही है. 


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शराबबंदी से पहले शराब का धंधा करने वाले अब क्या कर रहे हैं, विभाग इसकी जानकारी जुटाए. इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जीविकोपार्जन योजना के तहत अधिक से अधिक लोगों को लाभ पहुंचे, इसकी भी समीक्षा की जाये. 


मुख्यमंत्री ने आगे अधिकारियों को यह सख्त निर्देश दिया कि बिहार के पुलिसकर्मियों ने शराब नहीं पीने की शपथ ली है. अगर कोई भी पुलिसवाला शराब का सेवन करते हुए पकड़ा जाता है तो उसे तत्काल उसी समय डिसमिस कर दिया जाये. अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उसे तत्काल बर्खास्त कर दिया जाये. सीएम ने कहा कि सभी चौकीदारों को भी एक-एक चीज की जानकारी होती है. गड़बड़ी पाए जाने पर ऐसे चौकीदारों पर भी कड़ी कार्रवाई की जाये. उन्होंने कहा कि 4 साल पहले 2017 में ही बिजली के खंभों पर टेलीफोन नंबर लिखवा दिया गया था. ताकि गड़बड़ी करने वालों की सूचना स्थानीय लोग दे सके.