नीतीश के ‘कानून के राज’ से उपर है JDU के खूंखार विधायक पप्पू पांडेय, गोपालगंज में नरसंहार के बाद सरकार को सांप सूंघ गया है

नीतीश के ‘कानून के राज’ से उपर है JDU के खूंखार विधायक पप्पू पांडेय, गोपालगंज में नरसंहार के बाद सरकार को सांप सूंघ गया है

PATNA : बिहार के गोपालगंज में तीन लोगों के सामूहिक नरसंहार के बाद पूरी सरकार, पुलिस और कानून के राज को सांप सूंघ गया है. कल सरेशाम अंधाधुंध गोलियां बरसा कर तीन लोगों की हत्या कर दी गयी. गोली लगने से घायल चौथा व्यक्ति की स्थिति बेहद नाजुक है. पीड़ित चीख चीख कर कह रहे हैं कि इस घटना को जेडीयू के विधायक अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय और उनके भाई-भतीजों ने अंजाम दिया है. लेकिन पूरी सरकार और पुलिस को जैसे लकवा मार गया है. ये पहला मामला नहीं है जब विधायक अमरेंद्र पांडेय पर बेहद संगीन आरोप लगे हैं लेकिन पुलिस उनका कुछ नहीं बिगाड पायी.




कल हुई गोलीबारी में एक और घायल ने दम तोड़ा
बिहार के गोपालगंज में कल सरेशाम ये बड़ी वारदात हुई. हथुआ थाना क्षेत्र के रूपनचक गांव में अपराधियों ने घर के बाहर बैठे राष्‍ट्रीय जनता दल नेता जेपी चौधरी और उनके परिजनों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. गोली लगने से उनके माता-पिता ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया. हत्यारों ने 70 साल के महेश चौधरी और उनकी बूढी पत्नी संकेतिया देवी पर गोलियां बरसा कर दोनों को वहीं मार डाला. जबकि एक भाई शांतनु चौधरी की आज सुबह पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल में मौत हो गई. गोलीबारी में घायल आरजेडी नेता जेपी चौधरी की हालत भी बेहद नाजुक है. वे भी पीएमसीएच में भर्ती हैं.


घायलों ने रो रो कर बताया कि किसने गोलियां बरसायी
गोलीबारी में घायल हुए जेपी चौधरी और उनके भाई ने कल शाम ही पुलिस को बताया कि कुचायकोट के जनता दल यूनाइटेड विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय, विधायक के बड़े भाई सतीश पांडेय और उवके बेटे जिला पार्षद मुकेश पांडेय ने इस घटना को अंजाम दिया. घायलों ने बताया कि पहले ही विधायक पप्पू पांडेय ने अंजाम भुगतने की धमकी दी थी और इसे पूरा कर दिखाया.




FIR दर्ज लेकिन कोई कार्रवाई नहीं
घायल आरजेडी नेता जेपी चौधरी के बयान पर कुचायकोट के जेडीयू विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय, विधायक के बड़े भाई सतीश पांडेय और जिला पार्षद मुकेश पांडेय के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज की गई है। एक अन्‍य अज्ञात को भी आरोपित बनाया गया है. लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. पीड़ित परिवार की मानें तो ये मामला राजनीतिक रंजिश का है.


विधायक पप्पू पांडेय के ठेंगे पर नीतीश का कानून का राज ?
गोपालगंज में हुए इस नरसंहार के 24 घंटे बाद भी पुलिस खामोश है. पुलिस ने अब तक विधायक या विधायक के भाई-भतीजों से पूछताछ तक नहीं की है. वैसे ये पहला मामला नहीं है जब जेडीयू के बाहुबली विधायक अमरेंद्र पांडेय के सामने नीतीश का कानून का राज नतमस्तक हो गया है. अमरेंद्र पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय के खिलाफ पिछले कुछ सालों में लगे संगीन आरोप लगे, एफआईआर दर्ज हुई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.


नजर डालिये उन मामलों पर
दो साल पहले विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय पर एक कंस्ट्रक्‍शन कंपनी के कार्यकारी निदेशक अखिलेश कुमार जायसवाल से 50 लाख रुपये रंगदारी मांगने के आरोप में एफआइआर दर्ज की गयी थी. पटना के कोतवाली थाने के नजदीक उदय गिरि अपार्टमेंट के निवासी और साज इंफ्राकॉन प्रोजेक्ट सड़क निर्माण कंपनी के कार्यकारी निदेशक अखिलेश कुमार जायसवाल ने आरोप लगाया था कि विधायक ने उन्‍हें शास्त्री नगर स्थित एमएलए फ्लैट संख्या 81/40 पर बुलाकर गोपालगंज में सड़क निर्माण का काम शुरू करने के एवज में रंगदारी मांगी। विधायक ने पैसे नहीं देने पर जान मारने की धमकी दी. मामले में एफआईआर दर्ज हुई लेकिन विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई.


गोपालंगज में बीजेपी के नेता शिव कुमार उपाध्याय ने विधायक पप्पू पांडेय पर हथियार की नोंक पर जान मारने की धमकी देने औऱ मारपीट का आरोप लगाया. पुलिस ने बीजेपी नेता की शिकायत के तीन दिनों बाद प्राथमिकी दर्ज की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.


इससे पहले गोपालगंज के हथुआ प्रखंड मुख्यालय में कारोबार करने वाले अनिल साह की हत्या कर दी गयी थी. अनिल साह की हत्या के मामले में विधायक पप्पू पांडेय, उनके पिता रामाशीष पांडेय. बहनोई जलेश्वर पांडेय समेत सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. अनिल साह के परिजनों का आरोप था कि विधायक ने 50 लाख रूपये रंगदारी में मांगे थे. पैसे नहीं मिले तो इस घटना को अंजाम दिया गया. इस मामले में विधायक का कुछ नहीं बिगड़ा.


इसी दौरान गोपालगंज के एक सरकारी पदाधिकारी की पत्नी ने भी विधायक पर सनसनीखेज आरोप लगाया. सरकारी पदाधिकारी जावेद अख्तर की पत्नी ने कहा था कि विधायक पप्पू पांडेय ने उनके पति का अपहरण कर लिया था और फिरौती में 55 लाख रूपये वसूले थे.





तेजस्वी ने फिर नीतीश को घेरा
गोपालगंज में कल हुई वीभत्स घटना के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव और उनकी पार्टी आरजेडी ने नीतीश कुमार को घेरा है. आरजेडी ने कहा है कि नीतीश कुमार द्वारा संरक्षित गुंडे नरसंहार की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया है कि “माननीय मुख्यमंत्री जी अगर प्रतिदिन 5 घंटे चुनावी तैयारियों के मध्य यदि कुछ समय मिले तो कृपया सूबे की विधि-व्यवस्था पर भी गौर फरमाइयेगा. आपका विधायक गोपालगंज हत्याकांड में सम्मिलित है. कल रात गोपालगंज में हुए इस निर्मम हत्याकांड हत्याकांड में कठोर से कठोर कार्रवाई अपेक्षित है.”