सीएम नीतीश ने गर्मी के कारण हाई अलर्ट बताया, पटना के डीएम स्कूलों में छुट्टी के लिए किस बात का इंतजार कर रहे?

सीएम नीतीश ने गर्मी के कारण हाई अलर्ट बताया, पटना के डीएम स्कूलों में छुट्टी के लिए किस बात का इंतजार कर रहे?

PATNA : बिहार इस वक्त प्रचंड गर्मी की मार झेल रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद आज यह बात कर चुके हैं कि ऐसी गर्मी पिछले सालों में देखने को नहीं मिली। मुख्यमंत्री ने स्थिति को हाई अलर्ट वाला सिचुएशन बताया है। राजधानी पटना का पारा लगातार 42 डिग्री के ऊपर जा रहा है। राज्य के कई जिलों में पारा 45 डिग्री के पार जा चुका है। लगभग सभी जिलों में हीट वेब की स्थिति बनी हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वह तेज धूप में निकलने से परहेज करें लेकिन इस सबके बावजूद पटना में सरकारी और प्राइवेट स्कूल संचालित किए जा रहे हैं। 


भीषण गर्मी को देखते हुए पटना में स्कूलों की छुट्टी का वक्त 11:45 बजे कर दिया गया है लेकिन सुबह 8 बजे से ही हीट वेब की स्थिति बन जाती है। जिस वक्त स्कूलों में छुट्टियां होती हैं उस वक्त बच्चे प्रचंड गर्मी के बीच अपने घर को निकलते हैं। आज बदले हुए टाइमिंग के बीच जब स्कूलों की छुट्टियां हुई तो बच्चों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ा। मंगलवार से राजधानी पटना के लगभग सभी बड़े स्कूल भी खुल रहे हैं। ऐसे में स्कूलों ने छुट्टी की टाइमिंग जिला प्रशासन के निर्देश के मुताबिक एक 11:45 बजे रखी है लेकिन छुट्टी होने के बाद ट्रैफिक जाम और तेज धूप में बच्चों को अच्छा खासा वक्त सड़क पर गुजरना पड़ता है। गर्मी की वजह से बच्चों की तबीयत से लगातार खराब हो रही है। इसके पहले 43 डिग्री पर जाते ही स्कूलों में छुट्टियों का ऐलान कर दिया जाता था लेकिन इस बार समय से पहले पड़ रही गर्मी ने जिला प्रशासन के हाथ को भी रोक रखा है। 


बिहार में पड़ रही भीषण गर्मी साधारण स्थिति है। मुख्यमंत्री एक तरफ जहां भीषण गर्मी को स्वीकार करते हुए लोगों से सतर्कता बरतने की अपील कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ से स्कूली बच्चों पर अब तक जिला प्रशासन की संवेदना नहीं जागी है। ऐसे में देखना होगा कि मुख्यमंत्री के बाद जिला प्रशासन को कब तक समझ में आती है और पटना में स्कूल संचालन को लेकर कब तक का फैसला हो पाता है। स्कूल संचालन को लेकर अभिभावक भी परेशान हो रहे हैं।  बच्चों की सेहत की फिक्र उन्हें भी है लेकिन ज्यादातर अभिभावकों का मानना है कि स्कूल में नए सेशन की शुरुआत हुई है लिहाजा स्कूल प्रबंधन थोड़े दिनों तक क्लास संचालन के बाद फी वसूलना चाहते हैं। इसी वजह से वह हर हाल में इसे संचालित करना चाहते हैं। उधर अभिभावकों की राय है की अगर गर्मी की वजह से छुट्टियां पहले होती हैं तो ऑनलाइन क्लास के विकल्प को स्कूल अपना सकता है।