नई पार्टी बनाने के बाद कुशवाहा ने नीतीश का गिफ्ट लौटाया, MLC पद से दिया इस्तीफा

नई पार्टी बनाने के बाद कुशवाहा ने नीतीश का गिफ्ट लौटाया,  MLC पद से दिया इस्तीफा

PATNA : नीतीश से जुबानी लड़ाई के बाद एक बार फिर से जेडीयू छोड़ चुके उपेंद्र कुशवाहा ने आज जेडीयू से रिश्ते की अंतिम डोर तोड़ डाली है। कुशवाहा ने आज अपने एमएलसी पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही उनके साथ लगा जदयू एमएलसी का टैग भी खत्म हो गया है। अपनी नई पार्टी बना चुके उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार विधान परिषद् के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को अपना इस्तीफा सौंपा हैं। 


दरअसल, पिछले कुछ दिनों से जेडीयू और सीएम नीतीश कुमार पर हमलावर हुए जेडीयू के पूर्व संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने यह ऐलान कर दिया है कि वो अब जेडीयू से अलग हो गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने खुद की नई पार्टी का ऐलान भी उन्होंने कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने यह भी साफ कह दिया कि, उन्हें जेडीयू के तरफ से मिला कोई भी उपहार अपने पास रखने की जरूरत नहीं है। कुशवाहा ने बीते 20 फरवरी को नई पार्टी की घोषणा के साथ ही यह जाहिर कर दिया था कि समय मिलते ही एमएलसी पद छोड़ने की औपचारिकता पूरी कर लेंगे। जिसके बाद अब उन्होंने अपने एमएलसी पद से इस्तीफा दे दिया है। 


मिली जानकारी के मुताबिक, उपेंद्र कुशवाहा आज दोपहर 3 बजे बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा दिया कुशवाहा बिहार विधान परिषद के सदस्य के पद से इस्तीफे का पत्र सभापति को सौंपा। इसके बाद उम्मीद जताई जा रही है कि बिना कोई देरी के इनके इस इस्तीफे को विधान परिषद के तरफ से मंजूर कर लिया जाएगा। इसके साथ ही कुशवाहा का संबंध जेडीयू से पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।


जानकारी हो कि, बिहार में विधानमंडल का बजट सत्र 27 फरवरी से शुरू होने वाला है। इस लिहाजा उपेंद्र कुशवाह ने यह तय किया कि जब उन्होंने खुद की नई पार्टी बनाने का निर्णय ले लिया है और नई पार्टी का गठन भी कर लिया है और नीतीश कुमार के साथ अपने पुराने रिश्ते को समाप्त कर लिया है तो फिर विधान परिषद के सीट से भी सत्र शुरू होने से पहले इस्तीफा दे दिया जाए। इस लिहाजा वो आज अपना इस्तिफा देने जा रहे हैं।


आपको बताते चलें कि, ज़ुबानी जंग में नाराज़ नेता उपेंद्र कुशवाहा ने फिर से जेडीयू को अलविदा कह दिया है। कुशवाहा ने इसके साथ ही एक नई पार्टी बना ली है। इस पार्टी का नाम 'राष्ट्रीय लोक जनता दल' रखा गया है। उपेंद्र कुशवाहा बीते क़रीब दो महीने से जेडीयू से नाराज़ चल रहे थे। उन्होंने जेडीयू को एक कमज़ोर पार्टी बताया था और नीतीश कुमार समेत पार्टी के बड़े नेताओं पर लगातार गंभीर आरोप लगा रहे थे। जिसके बाद अब उन्होंने एक बार फिर से खुद की नई पार्टी बनाने का फैसला किया है।