नवादा में बड़ी संख्या में लोग कर रहे धर्म परिवर्तन, बजरंग दल और VHP ने बोला धावा, महिलाओं ने कहा-धर्म नहीं जीवन परिवर्तन किये हैं

नवादा में बड़ी संख्या में लोग कर रहे धर्म परिवर्तन, बजरंग दल और VHP ने बोला धावा, महिलाओं ने कहा-धर्म नहीं जीवन परिवर्तन किये हैं

NAWADA: नवादा में बड़ी संख्या में लोग धर्म परिवर्तन कर रहे हैं। लोग हिन्दू धर्म से इसाई धर्म को अपना रहे हैं। इस बात की जानकारी जब बजरंग दल और विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं को हुई तो वे धार्मिक सभा में पहुंच गये और तत्काल इसे रुकवाया। नवादा के दूर-दराज क्षेत्रों से आई महिलाओं का कहना था कि उन्होंने धर्म नहीं जीवन परिवर्तन किया हैं। पहले बहुत दुख में थी कई देवी देवताओं की पूजा की लेकिन कष्ट दूर नहीं हुआ इसलिए हमलोग प्रभू ईशू के चरणों में आए हैं। 


दरअसल नवादा में धर्म परिवर्तन के नाम पर एक धार्मिक सभा का आयोजन किया गया था। जिसकी सूचना बजरंग दल और विहिप को मिली थी। मौके पर पहुंचे कार्यकर्ताओं ने इसे फौरन रुकवाया। जिले के विभिन्न हिस्सों से आये बड़ी संख्या में लोगों ने इसमें हिस्सा लिया था। शहर के गोनावां मुहल्ले में इस तरह का धार्मिक सभा एक निजी मकान में किया जा गया था। मौके से धर्म से जुड़ा एक पुस्तक भी बरामद किया गया है। नवादा नगर के गोनावां गांव में लगभग 150 महिला पुरुष बच्चे को धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। जहां तत्काल विहिप और बजरंग दल के लोगों ने उसे रुकवाया। 


मौके से बजरंग दल के द्वारा केरला के रहने वाले थे सेजू नामक एक व्यक्ति को पकड़ा गया। कड़ी चेतावनी देकर उसे वहां से भगाया गया। बजरंग दल के विभागीय संयोजक विनय भाई ठाकरे ने कहा कि बड़े पैमाने पर इन लोगों के द्वारा एक रैकेट चलाया जा रहा है। जिसका भंडाफोड़ किया गया है। भोले भाले लोगों को कई तरह का प्रलोभन दिया जाता है और फिर धर्म परिवर्तन करवाया जाता है। विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल ने ईसाई धर्म में परिवर्तन कराने वाले का विरोध किया तो महिला-पुरुष व बच्चे बजरंग दल के खिलाफ हंगामा करने लगे। मौके पर पहुँची कई महिलाओं ने उस विशेष धर्म के प्रति अपनी आस्था जताई और उस सभा मे शामिल होने की इच्छा भी जताई। 


उन्होंने कहा कि इस विशेष धर्म की पूजा करने के बाद उसके सारे दुख दर्द धीरे धीरे दूर होने लगे। इसलिए उनका झुकाव उस धर्म के प्रति बढ़ा है। ऐसे में सवाल है कि इज महिलाओं को धर्म के नाम पर क्या बताया जाता है। जिससे उनका नजरिया इस धर्म के प्रति बढ़ गया है। अब यह सवाल उठता है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन को इस बात की जानकारी क्यों नही हुई? उनके स्थानीय सूत्र कहाँ चले गये? अब ऐसे में सवाल उठता है कि ऐसे लोगों पर पुलिस कार्रवाई क्यों नही करती? बता दें कि नवादा के कई इलाकों में पूर्व में भी ऐसी सभा होती रही है। जिसके बाद कई लोगों ने उस विशेष धर्म को अपना भी लिया। धीरे-धीरे अब लोगों का झुकाव इस धर्म की ओर होने लगा है इसलिए अब ये लोग कह रहे है कि उन्होंने धर्म नहीं जीवन परिवर्तन किया है।