मुजफ्फरपुर में नीतीश की यात्रा में आपस में भिड़े जेडीयू कार्यकर्ता: जमकर गाली-गलौज और हाथापाई, हेलीपैड का गेट जबरन खुलवाया

मुजफ्फरपुर में नीतीश की यात्रा में आपस में भिड़े जेडीयू कार्यकर्ता: जमकर गाली-गलौज और हाथापाई, हेलीपैड का गेट जबरन खुलवाया

MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर में आज नीतीश की समाधान यात्रा में उनकी पार्टी के नेताओं ने आपसी विवाद का समाधान करने का अलग रास्ता निकाल लिया. नीतीश के मुजफ्फरपुर पहुंचते ही जेडीयू के नेता-कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गये. दोनों पक्षों की ओर से पहले जमकर गाली गलौज हुई फिर मारपीट की नौबत आ गयी. इस दौरान जेडीयू नेताओं के एक गुट ने उस हैलीपेड के कैंपस के गेट को पीट-पीट कर जबरन खुलवाया जहां नीतीश का हेलीकॉप्टर उतरने वाला था।


मुजफ्फरपुर में आज नीतीश का हेलीकॉप्टर शेरपुर के मझौली धर्मदास में बने हैलीपैड पर उतरा. वहां उनके स्वागत में जेडीयू कार्यकर्ता और नेता पहुंचे थे. लेकिन सीएम का हेलीकॉप्टर उतरते ही जेडीयू नेता आपस में ही भिड़ गये. दरअसल प्रशासन ने कुछ ही जेडीयू नेताओं को हेलीपैड कैंपस में जाने की इजाजत दी. प्रशासन ने कहा कि जिनका नाम पहले से दिया गया था उन्हें ही अंदर जाने की इजाजत मिलेगी. इसके बाद हंगामा शुरू  हो गया. जेडीयू कार्यकर्ता आपसे में ही भिड़ गये।


दलाली कर रहे हैं जेडीयू नेता

जेडीयू कार्यकर्ताओं के एक गुट का आरोप था कि पूर्व जिलाध्यक्ष मनोज कुमार और मो. जमाल दलाली कर रहे हैं. वे कुछ अधिकारियों के साथ मिल कर दलाली का कारोबार चला रहे हैं. उन्होंने सीएम से मिलने वाले नेताओं का लिस्ट ही बदल दिया. जेडीयू के नेताओं के बजाय अपने रैकेट के लोगों को मुख्यमंत्री के स्वागत के लिए बनी सूची में शामिल करा दिया है।


जेडीयू नेता हेलीपैड के बाहर आपस में भिड़ गये. दोनों ओर से जमकर गाली गलौज के बाद मारपीट की स्थिति उत्पन्न हो गयी. कार्यकर्ता लाठी लेकर एक दूसरे से निपटने को तैयार दिखे. वहां मौजूद प्रशासन के लोगों ने समझाने की कोशिश की लेकिन वे आपस में ही निपट लेने पर उतारू थे।


हेलीपैड कैंपस के गेट को जबरन खुलवाया

जेडीयू कार्यकर्ताओं के एक गुट ने हेलीपैड कैंपस के गेट को पीटना शुरू कर दिया. इससे प्रशासन के हाथ पैर फूल गये. उन लोगों ने  गेट को जबरन खुलवाया. लेकिन, तब तक नीतीश कुमार का काफिला वहां से निकल गया था. इसके बाद फिर हंगामा हुआ. जेडीयू नेता रंजीत सहनी ने बताया की उनका नाम मुख्यमंत्री से मिलने वाले नेताओं के लिस्ट में शामिल था लेकिन लिस्ट बदल दिया गया. जिनका नाम लिस्ट में नहीं था वे अंदर चले गये।