मंत्री रामसूरत राय के विभाग के तबादले में खेल ही खेल: बेहतर काम करने वाले देखते रह गये, चहेतों को इनाम

मंत्री रामसूरत राय के विभाग के तबादले में खेल ही खेल: बेहतर काम करने वाले देखते रह गये, चहेतों को इनाम

PATNA : बिहार में सीओ की ट्रांसफर पोस्टिंग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश की धज्जियां उड़ाने वाले मंत्री रामसूरत राय के विभाग में तबादले में कई तरह के खेल सामने आने लगे हैं. मंत्री ने अपनी ही घोषणा को ताक पर रख कर सीओ की ट्रांसफर पोस्टिंग कर दी. विभाग का काम संभालने के बाद मंत्री रामसूरत राय ने एलान किया था कि बेहतर काम किये जाने वाले सीओ पुरस्कृत किये जायेंगे. लेकिन उनके ही विभाग ने जिनके काम को सही नहीं माना उन्हें मलाईदार पोस्टिंग कर दी गयी है.


मुख्यमंत्री ही नहीं अपनी घोषणा को भी भूले मंत्री
गौरतलब है कि शुक्रवार को ही मंत्री रामसूरत राय के विभाग ने 22 सीओ के ट्रांसफर पोस्टिंग की सूची जारी की है. उसी दिन सरकार ने रामसूरत के विभाग राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को पत्र लिख कर कहा था कि मुख्यमंत्री के सात निश्चय पार्ट-2 के तहत सीओ की पोस्टिंग में महिलाओं को 35 फीसदी प्रतिनिधित्व देने का फैसला लिया गया है. लेकिन मंत्री रामसूरत राय के विभाग ने 22 सीओ में एक भी महिला की पोस्टिंग नहीं की. सीएम के आदेश को नकारने वाले मंत्री रामसूरत राय को अपनी भी घोषणा याद नहीं रखी. उन्होंने एलान किया था कि बेहतर काम करने वाले सीओ पुरस्कृत किये जायेंगे औऱ उन्हें अच्छी पोस्टिंग मिलेगी. लेकिन 22 सीओ की सूची में बेहतर प्रदर्शन करने वाले सीओ मुंह देखते रह गये.


समझयि कैसे हुआ खेल
दरअसल बिहार में सीओ की पोस्टिंग में 38 सबसे अहम जगह हैं. ये सदर अंचल कहलाते हैं जो जिला मुख्लायल के अंचल होते हैं. यहां ज्यादातर जमीन शहरी जमीन होती है जिसकी कीमत सबसे ज्यादा होती है. यहां जमीन का काम देखने वाले सीओ की पोस्टिंग सबसे अहम मानी जाती है. शुरू से ही सदर अंचलों में पोस्टिंग के लिए बडे खेल होते आय़े हैं. मंत्री रामसूरत राय ने एलान किया था कि बेहतर प्रदर्शन करने वालों को बेहतर पोस्टिंग दी जायेगी. लेकिन क्या हुआ ये देखिये.


230वें नंबर वाले सीओ की बल्ले बल्ले
मंत्री रामसूरत राय ने कामकाज के आधार पर 534 सीओ की रैंकिंग करायी थी. 534 रैंक में पटना के संपतचक के सीओ मुकुल कुमार झा की रैंकिंग 230 थी. यानि 229 सीओ उनसे बेहतर काम कर रहे थे. शुक्रवार को हुए ट्रांसफर पोस्टिंग में मुकुल कुमार झा को संपतचक से हटाकर दानापुर का सीओ बना दिया गया. पटना के दानापुर अंचल में जमीन की कीमत बिहार में सबसे ज्यादा है. 230वें रैकिंग वाले को दानापुर का सीओ बनाकर मंत्री ने बेहतर प्रदर्शन वाले को बेहतर पोस्टिंग के अपने वादे को किस तरह निभाया इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. खास बात ये भी रही कि मुकुल कुमार झा उन इक्के दुक्के सीओ में शामिल हैं जिन्हें ट्रांसफर पोस्टिंग में उसी जिले का दूसरा अंचल दिया गया जहां वे पहले से तैनात थे. 22 सीओ की सूची में ज्यादातर को पहले से तैनाती वाले जिले से अलग जिले में भेजा गया. 


राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने जिन 22 सीओ का तबादला किया है, उसमें दो सदर अंचल भी शामिल हैं. विभाग ने संतोष कुमार सुमन को पूर्वी चंपारण जिला के तुरकौलिया से हटाकर मोतिहारी सदर का सीओ बनाया है. मंत्री रामसूरत राय के निर्देश पर उनके विभाग ने कामकाज को परख कर जो रैकिंग दी थी, उसमें संतोष कुमार सुमन का नाम 121 वें नम्बर पर था. लेकिन उन्हें मलाईदार सदर अंचल देकर पुरस्कृत कर दिया गया. टॉप रैंकिंग वाले मुंह देखते रह गये. 


उधर दरभंगा के सदर अंचल में नये सीओ की तैनाती की गयी. यहां इंद्रासन साहू की पोस्टिंग की गयी है. विभाग ने जो सीओ की रैंकिंग की थी उसमें उनका नंबर 72वां था. उनसे उपर की रैंकिग वाले 71 सीओ देखते रह गये, इंद्रासन साहू इनाम ले गये.