लालू यादव ने पूछा सरसों तेल का भाव, बोले.. कृषि कानूनों का असर दिखाना बाकी

लालू यादव ने पूछा सरसों तेल का भाव, बोले.. कृषि कानूनों का असर दिखाना बाकी

PATNA : देश में बढ़ती महंगाई से जनता त्रस्त है. विपक्षी दलों के नेता लगातार इस मामले को लेकर सरकार पर हमला बोल रहे हैं. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर महंगाई को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सरसों के तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर ट्वीट किया है. 


लालू ने लिखा- 'सरसों के तेल का क्या भाव है? क्या आप इससे खुश है? रुकिए, तीन काले कृषि क़ानूनों का विपरीत प्रभाव अभी दो-चार वर्षों बाद और अधिक समझ में आएगा.' इतना ही नहीं इसके साथ लालू ने सरसों के तेल की बोतल की तस्वीर भी साथ में शेयर की है जिसमें तेल की कीमत साफतौर पर नज़र आ रही है. 




दरअसल, राजद अध्‍यक्ष लालू प्रसाद यादव ने इसी बढ़ती महंगाई पर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. देश में लगातार बढ़ती महंगाई से आम जनजीवन बुरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं, ईंधन और खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों ने रसोई घर का बजट बिगाड़ दिया है. जहां सरसों का तेल खुदरा में प्रति लीटर 200 रुपए से ज्‍यादा को पार कर चुका है. वहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी का असर आम इंसान की जेब पर पड़ रहा है. 


इससे पहले भी लालू यादव सरसों तेल की बढ़ते दामों को लेकर सरकार पर हमले करते रहे हैं. इसके पहले एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू में लालू यादव ने कहा था कि पेट्रोल-डीजल और खाद्य पदार्थों की कीमतें आसमान छू रहीं हैं. घी से महंगा डीजल है तो करुआ तेल की खुदरा कीमत दो सौ रुपये से अधिक हो गई है. ऐसे में लोग तरकारी कैसे बनाएंगे? 


लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि हर सामान की कीमत में आग लग गई है. डीजल और पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि का असर महंगाई पर पड़ा है. डीजल महंगी होने के कारण ट्रक से माल ढुलाई में खर्च अधिक हो रहा है, जो अंतत: महंगाई बढ़ा रहा है. इस महंगाई से आम लोग प्रभावित हैं. ईंधन और खाद्य पदार्थों की बढ़ती कीमतों के कारण रसोई घर का बजट बिगड़ गया है.