JDU से रिश्तों पर BJP बोली: ललन सिंह रहें या ना रहें नीतीश तो BJP के साथ ही रहेंगे, पहले भी पार्टी छोड़ चुके हैं ललन

JDU से रिश्तों पर BJP बोली: ललन सिंह रहें या ना रहें नीतीश तो BJP के साथ ही रहेंगे, पहले भी पार्टी छोड़ चुके हैं ललन

PATNA: JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बयानों से बिहार में भाजपा-जदयू के रिश्तों को लेकर फिर सियासत गर्म है। गुरूवार को ललन सिंह ने कहा था कि आगे के चुनावों में जेडीयू-बीजेपी के साथ रहेगी या नहीं ये फाइनल नहीं है। ललन सिंह ने कहा था– कल क्या होगा, यह किसने देखा है। आज बीजेपी ने जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष को जवाब दिया। बीजेपी ने कहा-ललन सिंह जदयू के साथ रहें या नहीं, लेकिन 2024 के लोकसभा और 2025 के विधानसभा चुनाव में जदयू भाजपा के साथ ही रहेगी। 


बता दें 6 दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पटना में कहा था कि आने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी और जेडीयू के बीच गठबंधन होगा। लेकिन गुरूवार को ललन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कह दिया कि आने वाले चुनाव में जेडीयू का किस पार्टी के साथ गठबंधन होगा ये तय नहीं है। ललन सिंह ने कहा कि पहले हम अपनी पार्टी को तैयार करेंगे। फिर यह तय करेंगे कि चुनाव में किसके साथ गठबंधन किया जाये. कल क्या होगा, यह किसने देखा है?


ललन पहले भी जेडीयू छोड़ कर जा चुके हैं

ललन सिंह के बयान पर बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष औऱ मीडिया विभाग के इंचार्ज राजीव रंजन का बयान आया है। राजीव रंजन ने कहा है कि ललन सिंह जेडीयू के साथ रहें या नहीं, लेकिन 2024 के लोकसभा और 2025 में विधानसभा चुनाव में भाजपा-जदयू साथ रहेंगे. राजीव रंजन ने कहा कि ललन सिंह पहले भी जदयू छोड़कर जा चुके हैं।


जेडीयू में ऐसे कई और नेता हैं, जिनकी अपनी कोई पहचान नहीं है. जेडीयू की पहचान सिर्फ सिर्फ नीतीश कुमार से है. नीतीश कुमार के अलावा जेडीयू का कोई दूसरा नेता भाजपा-जदयू के बीच संबंधों को लेकर क्या बोलता है, ये कोई मायने ही नहीं रखता है. भाजपा का शीर्ष नेतृत्व तय कर चुका है कि 2024 का लोकसभा और 2025 का विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के साथ लड़ेंगे।


बता दें कि ललन सिंह के गुरूवार को मीडिया से बातचीत में कहा था कि अभी ये फाइनल नहीं है कि जदयू बिहार में 2024 का लोकसभा तथा 2025 का विधानसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ेगा. ललन सिंह ने इशारों पर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार और जेडीयू के खिलाफ साजिश हुई थी।


 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू 43 सीटों पर आ गई थी. ऐसा इसलिए नहीं हुआ कि नीतीश कुमार और जेडीयू के जनाधार में कोई कमी आयी थी. बल्कि, षड्यंत्र के कारण जेडीयू की सीटें कम हुई थीं. ललन सिंह ने कहा है कि उनकी पार्टी फिलहाल नीतीश कुमार जनाधार को संगठित करने और उसे समेटने का काम कर रही है. हमारा पूरा फोकस इसी बात पर है।