हिस्सेदार नहीं किराएदार हैं कुशवाहा, बोले अशोक चौधरी ... नहीं है वोट शिफ्ट कराने की क्षमता

हिस्सेदार नहीं किराएदार हैं कुशवाहा, बोले अशोक चौधरी ... नहीं है वोट शिफ्ट कराने की क्षमता

JAMUI : पूरा देश आज 74वां गणतंत्र दिवस माना रहा है। इसी मौके पर पटना समेत पूरे बिहार में भी जश्न का माहौल है। पटना में गणतंत्र दिवस समारोह का मुख्य कार्यक्रम गांधी मैदान में आयोजित किया गया है। आज ही दिन यानी 26 जनवरी 1950 को देश का संविधान लागू हुआ था। इसी कड़ी में बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी भी जमुई में एक कार्यक्रम में शामिल हुए और इस दौरान उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा को बड़ा बयान दिया है। 


बिहार सरकार के भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि, उपेंद्र कुशवाहा की हैसियत एक किराएदार की भी नहीं है और कोई किराएदार हिस्सेदार कब से होने लगा है यह बात मुझे समझ में नहीं आ रही है। पार्टी में उनकी हैसियत किराएदार की है और किराएदार हिस्सेदार नहीं हो सकता है। जदयू को खड़ा करने में उनका कोई योगदान नहीं है। 


इसके आगे अशोक चौधरी ने कहा कि, कुशवाहा को सही मायने में नीतीश को शुक्रिया कहना चाहिए। उनके ही कारण कुशवाहा आज नेता बने हैं। इसके बाबजूद नीतीश कुमार ने हमेशा सम्मान दिया है। लेकिन, इसके बदले में हर एक मौके पर नीतीश कुमार को उपेंद्र कुशवाहा की तरफ से कमजोर करने की कोशिश की है।कुशवाहा समाज का बड़ा नेता और वोट शिफ्ट कराने की क्षमता हो जाने की गलतफहमी हो गई है। वह इस बात को भूल जाते हैं कि जब वक्त आया तो इंदिरा गांधी भी वोट शिफ्ट नहीं करा पाई थीं। दरअसल, अशोक चौधरी ने  यह सारी बातें एक दैनिक अखबार से बातचीत करते हुए कहा है।  


इसके आलावा उन्होंने कुशवाहा के ट्वीट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि, छोटा भाई अगर फ्री और बिना कोई काम किए किसी चीज़ की मांग करता है तो उनको हिस्सेदारी देना या नहीं देना बड़े भाई पर निर्भर करता है और उनके बड़े भाई ने उनको संदेश बता दिया है। 


आपको बताते चलें कि, उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार के तरफ से कुशवाहा को कहा गया था कि, जहां जाना है चले जाएं। सीएम नीतीश ने उपेंद्र कुशवाहा को नसीहत देते हुए कहा कि जितना जल्दी जाना चाहें..चलें जाएं। उसके बाद कुशवाहा ने ट्वीट के जरिए ट्वीट करते हुए लिखा कि बड़ा अच्छा कहा भाई साहब आपने...! ऐसे बड़े भाई के कहने से छोटा भाई घर छोड़कर जाने लगे तब तो हर बड़का भाई अपने छोटका को घर से भगाकर बाप-दादा की पूरी संपत्ति अकेले हड़प ले। ऐसे कैसे चले जाएं अपना हिस्सा छोड़कर....?