गया में विष्णुपद मंदिर और शक्तिपीठ मां मंगलागौरी के दर्शन को पहुंचे भक्त, कोरोना से जल्द मुक्ति की कामना

गया में विष्णुपद मंदिर और शक्तिपीठ मां मंगलागौरी के दर्शन को पहुंचे भक्त, कोरोना से जल्द मुक्ति की कामना

GAYA : गया के अंतः सलिला फल्गु तट पर स्थित प्राचीनतम विष्णुपद मंदिर आज  77 दिन बाद खुल गया। मंदिर के खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी। वहीं शक्तिपीठ मां मंगलागौरी मंदिर का भी द्वार आज से खुल गया है।  मंदिरों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पूजा-अर्चना की गयी। लोगों ने भगवान के दर पर हाजिरी लगाते हुए कोरोना वायरस से जल्द मुक्ति मिलने की कामन की।


विष्णुपद मंदिर का गेट खोलने के बाद मंदिर में विष्णुचरण के पास महापूजा की गयी।नारियल फोड़ कर गर्भगृह को खोला गया। सुरक्षा के लिहाज से गर्भगृह में एक बार में 10 श्रद्धालुओं को प्रवेश मिलेगा।  विष्णुपद मंदिर समिति मेंबर ने बताया की कोरोना वायरस के चलते मंदिर को बंद कर दिया गया था जो आज सरकार के आदेश के बाद खोला जा रहा है। लॉकडाउन के दौरान केवल पुजारी भगवान की पूजा कर रहे थे। अब सभी लोगों को दर्शन मिलेगा। प्रबंधन ने कहा कि सरकार के तमाम दिशा निर्देशों का पालन करते हुए मंदिर की घंटिया नहीं बजायी जाएंगी वहीं सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर लोगों को दर्शन मिलेगा।




इधर मंगलागौरी मंदिर के पुजारी संजय कुमार गिरी ने बताया की मंदिर खुलने के बाद सभी लोग पूजा करने आ रहे हैं। लेकिन मां के मंदिर के गर्भगृह में कोई भी प्रवेश नहीं कर पाएगा। उन्होने बताया कि  मां का दर्शन गर्भगृह के गेट से ही होगा। मंदिर परिसर में सोशल डिस्टेंस को लेकर जगह-जगह लाइन भी खींचा गया है और नल के पास साबुन भी रखा गया है। श्रद्धालु हाथ धोकर मंदिर में प्रवेश करेंगे। सभी श्रदालु मास्क लगा कर मंदिर में आएंगे ताकि कोरोना वायरस से बचे और मां मंगलगौरी का आशीर्वाद ले सके। पट खुलते ही आज मां का शृंगार और पूजन किया गया।पूजा अर्चना अर्चना में मां से प्रार्थना की गयी कि विश्व से यह कोरोना वायरस जल्द खत्म हो जाये।