पुराने रंग में लौटे लालू यादव: जेल से निकलने के बाद पहली बार मोदी पर साधा निशाना, दे दिया बड़ा चैलेंज

पुराने रंग में लौटे लालू यादव: जेल से निकलने के बाद पहली बार मोदी पर साधा निशाना, दे दिया बड़ा चैलेंज

PATNA : जेल से निकलने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पूरी तरह एक्टिव दिख रहे है. लालू यादव अपने पुराने रंग में लौटते हुए दिख रहे हैं. राजद ने एक ख़ास स्ट्रेटेजी बनाई है. बाप-बेटे एक साथ नीतीश-मोदी पर निशाना साध रहे हैं. जी हां, एक तरफ तेजस्वी यादव बिहार में कोरोना टेस्टिंग का मुद्दा उठा रहे हैं तो दूसरी ओर उनके पिता लालू प्रसाद यादव कोरोना टीकाकरण को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर हुए हैं. जेल से निकलने के बाद आज पहली बार लालू यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है.


कोरोना टीकाकरण की कछुआ चाल रफ्तार को लालू ने मुद्दा बनाया है. सोमवार को लालू ने टीकाकरण की धीमी रफ़्तार को लेकर नरेंद्र मोदी की सरकार पर हमला बोला और उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि "1996-97 में जब हम समाजवादियों की देश में जनता दल की सरकार थी जिसका मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष था, हमने पोलियो टीकाकरण का विश्व रिकॉर्ड बनाया था। उस वक्त आज जैसी सुविधा, जागरुकता भी नहीं थी फिर भी 07/12/96 को 11.74 करोड़ और 18/01/97 को 12.73 करोड़ शिशुओं को पोलियो का टीका दिया गया था।"


लालू ने आगे कहा कि "उस दौर में वैक्सीन के प्रति लोगों मे हिचकिचाहट व भ्रांतियाँ थी लेकिन संयुक्त मोर्चा सरकार ने दृढ़ निश्चय किया था कि पोलियो को जड़ से ख़त्म कर आने वाली नस्लों को इससे मुक्ति दिलायेंगे।आज दुःख होता है तथाकथित विश्वगुरु सरकार अपने नागरिकों को पैसे लेकर भी टीका उपलब्ध नहीं करा पा रही है."


पीएम मोदी को चैलेंज करते हुए लालू ने लिखा कि "मैं प्रधानमंत्री जी से आग्रह करता हूँ कि इस जानलेवा महामारी में सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम के तहत पूरे देशवासियों को निःशुल्क टीका देने का ऐलान करें। राज्य और केंद्र की क़ीमत अलग-अलग नहीं होना चाहिए।ये केंद्र की ज़िम्मेदारी है कि प्रत्येक नागरिक का समुचित टीकाकरण मुफ़्त में हो।"


ये पहला मौक़ा है जब लालू यादव ने जेल से निकलने के पहली बार नरेंद्र मोदी को कुछ कहा है. इससे पहले चुनावी जनसभाओं में या सोशल मीडिया के माध्यम से लालू को मोदी को निशाना बनाते देखा गया था. लेकिन अब जेल से निकलने के बाद लालू पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को पूरी तरह एक्टिव करने में जुटे हैं. बीते दिन लालू ने वर्चुअल मीटिंग कर पार्टी के विधायकों, विधान पार्षदों और विधानसभा चुनाव में मात खाये उम्मीदवारों को कई निर्देश दिए.




उधर दूसरी ओर लालू के बेटे तेजस्वी यादव बिहार सरकार को निशाने पर ले रहे हैं. दोनों बाप-बेटे एक साथ एनडीए को कड़ी चुनौती दे रहे हैं. तेजस्वी ने सोमवार को ट्वीट कर नीतीश सरकार की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा किया. उन्होंने लिखा कि "पिछले 3 दिनों से एक खेल हो रहा है. एक हजार केस घट रहा है. एक हजार जाँच बढ़ रहा है. ये गंदा खेल बिहार समझ रहा है. मैं चुनौती देता हूँ किसी एक दिन के कुल जाँच के वास्तविक प्रतिवेदित नए मरीज़ों की संख्या बताएँ। मेरा दावा है कि पेश किये जा रहे आँकड़ों की संख्या दुगुनी से अधिक होगी।"