CM नीतीश ने जमुई में जिस पुल को बताई अपनी उपलब्धि, वह पिछले कई वर्षो से है बंद : भारी वाहनों का परिचालन है ठप : नीतीश के विरोध में हुई नारेबाजी

CM नीतीश ने जमुई में जिस पुल को बताई अपनी उपलब्धि, वह पिछले कई वर्षो से है बंद : भारी वाहनों का परिचालन है ठप :  नीतीश के विरोध में हुई नारेबाजी

JAMUI : लोकसभा चुनाव को लेकर चुनावी जनसभाओं की शुरुआत हो चुकी है। राज्य के अंदर पहले चरण में चार लोकसभा सीटों पर आगामी 19 अप्रैल को मतदान होना है। इसमें जमुई लोकसभा सीट भी शामिल है। जहां कल पीएम मोदी ने चुनावी शंखनाद किया है। जिसमें एनडीए के तमाम बड़े नेता भी मौजूद रहे। इसके साथ ही पीएम मोदी और इन नेताओं को सुनने के लिए उनके कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ी थी। लेकिन, इसी दौरान एक रोचक वाकया भी देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंच से अपना भाषण दे रहे थे तब मंच के नीचे से कुछ कार्यकर्ताओं ने बिहार में सत्ता परिवर्तन को लेकर नारे लगाने शुरू कर दिए। जबकि पीएम मोदी  को लेकर जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाए। 


दरअसल, जमुई के इस चुनावी जनसभा में अपने भाषण के दौरान  नीतीश कुमार ने सभास्थल के सामने से ही नदी पर बने पुल की और इशारा करते हुए सवाल किया कि आप लोग ही बताइए कि वर्ष 2005 के पहले क्यया यह पुल था ? लेकिन लोगों के लिए आश्चर्य की बात यह थी कि नीतीश सभा में जिस पुल का जिक्र अपनी भाषण में कर रहे थे, वह सालों से टूटा हुआ है और काफी जर्जर स्थिति में aa चुका है। 


नीतीश कुमार सभास्थल पर जिस सड़क पुल के तरफ इशारा  कर रहे थे, उस पर पिछले कई वर्षों से भारी वाहनों का आवागमन तक बंद है। इसकी वजह यह है कि यह पुल बुरी तरह क्षतिग्रसत हो चुका है। जबकि इस पुल की जर्जर स्थिति को लेकर स्थानीय लोगों ने कई बार अपनी शिकायत भी सरकार से की है लेकिन मामले का सुध लेने वाला भी कोई नहीं है। इससे इतर, इस पुल का उपयोग न करने का एक नया फरमान आम जनता के जारी किया जा चुका है। 


वहीं, इस चुनावी सभा में दूसरा वाकया यह भी देखने को मिला कि काफी बड़ी संख्या में आए समर्थकों के लिए इस भीषण गर्मी के मौसम में भी किसी तरह की  व्यवस्था नहीं की गई थी। समर्थकों को इस भीषण गर्मी में पीने के पानी के लिए परेशान होता देखा गया। ऐसे में लोग गंदे पानी से ही अपनी प्यास बुझाने को मजबूर थे। इतना ही नहीं, नीतीश के आगमन पर उनके खिलाफ लोगों ने जमकर नारेबाजी भी की।