लॉकडाउन तोड़ने वाले BJP विधायक के सामने नीतीश सरकार की घिग्घी बंधी, सरकारी ड्राइवर को मिला नोटिस

लॉकडाउन तोड़ने वाले BJP विधायक के सामने नीतीश सरकार की घिग्घी बंधी, सरकारी ड्राइवर को मिला नोटिस

PATNA : पटना से कोटा जाकर अपनी बेटी को वापस लाने वाले बीजेपी विधायक अनिल सिंह के खिलाफ एक्शन लेने का साहस नीतीश सरकार नहीं जुटा पा रही है. हिसुआ से बीजेपी विधायक का रुतबा इतना बड़ा है कि सरकार को लग रहा है कि अगर उनके खिलाफ कोई एक्शन लिया गया तो गठबंधन मुश्किल में पड़ जाएगा. यही वजह है कि बीजेपी विधायक और विधानसभा में पार्टी के सचेतक अनिल सिंह के खिलाफ एक्शन लेने के बजाय उनके सरकारी ड्राइवर को नोटिस दिया गया है.

 बीजेपी विधायक अनिल सिंह विधानसभा में पार्टी के सचेतक हैं. इस नाते उनको विधान सभा सचिवालय की तरफ से सरकारी गाड़ी और अन्य सुविधाएं मिली हुई है. राजस्थान के कोटा जाने के लिए बीजेपी विधायक ने जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया वह भी विधानसभा की तरफ से ही उन्हें दी गई है. विधानसभा की तरफ से गाड़ी को वही का ड्राइवर चलाते हैं. जाहिर है विधायक अनिल सिंह जिस गाड़ी को लेकर गए उसका ड्राइवर सरकारी था और अब विधानसभा सचिवालय ने उसी सरकारी ड्राइवर को नोटिस जारी कर दिया है. सरकारी ड्राइवर को नोटिस जारी करना इस बात का संकेत है कि लॉकडाउन तोड़ने के मामले में केवल कमजोर और छोटी मछलियों पर ही एक्शन लिया जा रहा है.

बीजेपी विधायक अनिल सिंह खुलेआम कह चुके हैं कि उनकी बेटी कोटा में फंसी हुई थी एक पिता का धर्म निभाते हुए उन्होंने अपनी बेटी को वहां से लाना ही बेहतर समझा. लॉकडाउन तोड़ने के मामले में शिक्षा मंत्री के स्टाफ के खिलाफ केस दर्ज किया जा चुका है. जहानाबाद से जुड़े इस मामले में डीएसपी से लेकर बीडीओ तक नप चुके हैं. लेकिन बीजेपी विधायक अनिल सिंह के सामने नीतीश सरकार की घिग्घी बंधी हुई है.