बिना सहमति BJP को समर्थन दिए जाने पर JDU का एक्शन, भंग की नागालैंड इकाई

बिना सहमति BJP को समर्थन दिए जाने पर JDU का एक्शन, भंग की नागालैंड इकाई

PATNA :  नागालैंड में एक बारफिर से  बीजेपी की गठबंधन वाली सरकार फिर से बनी है। इस बीजेपी गठबंधन वाली सरकार को जदयू इकाई की तरफ से बिना शर्त समर्थन दिया गया है। इसको लेकर नगालैंड जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष ने लेटर लिखकर अपना समर्थन दिया है। इसके बाद अब इसको लेकर जदयू नेतृत्व की तरफ से बड़ी कार्रवाई गई है। नेतृत्व के तरफ से नागालैंड इकाई को भंग कर दिया गया है।


दरअसल, कुछ दिनों पहले नगालैंड में 60 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुए। इस चुनाव के परिणाम आने के बाद यह तय हो गया कि भाजपा एक बार फिर से यहां अपनी सरकार बनाएगी। वहीं, सबसे बड़ी बात यह रही कि इस चुनाव में जेडीयू ने महज एक सीट पर जीत हासिल की और जीते हुए विधायक ने बिना कोई शर्त भाजपा को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया। इतना ही नहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के तरफ से लेटर लिखकर बिना कोई शर्त के भाजपा को समर्थन देने की बात कही गई। जिसके बाद अब केंद्रीय नेतृत्व की सहमति के बिना भाजपा को समर्थन दिए जाने पर पार्टी ने नागालैंड इकाई को भंग कर दिया है। इसको 2 लेटर भी जारी किया गया है।


नागालैंड प्रभारी और जदयू के महासचिव अफाक अहमद खान ने एक लेटर जारी किया है जिसमें कहा गया है कि जदयू का केंद्रीय नेतृत्व नागालैंड स्टेट प्रेसिडेंट की ओर से बिना शर्त समर्थन का लेटर नागालैंड मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो को दिए जाने को अनुशासनहीनता मानता है। इसको लेकर नागालैंड स्टेट कमिटी को भंग करने का फैसला लिया गया है।


मालूम हो कि, नागालैंड में जदयू ने इस बार 8 से अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिसमें से एक सीट पर जदयू को जीत मिली है। नागालैंड में सभी दलों ने सरकार का समर्थन किया है। अब यहां विपक्ष में एक भी दल शामिल नहीं है।


आपको बताते चलें कि,इस चुनाव से पहले जदयू को उम्मीद थी कि नगालैंड में पार्टी को 6% वोट प्राप्त हो जाएगा जिससे राज्यस्तरीय पार्टी का दर्जा मिल जाएगा। लेकिन, चुनाव से पहले चिराग पासवान ने बड़ा झटका दिया था और रिजल्ट के बाद पार्टी को उम्मीद के अनुरूप सफलता नहीं मिली और अब एकमात्र जीते विधायक ने बिना नीतीश कुमार की सहमति के बीजेपी गठबंधन वाली सरकार को समर्थन देकर बड़ा झटका दिया। जिसके बाद अब जदयू नेतृत्व ने प्रदेश नेतृत्व के फैसले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की है।