बिहार: राज्यपाल कोटे से MLC बनाने के लिए 60 लाख की ठगी, इस नेता ने कर दिया बड़ा खेल, पुलिस ने किया गिरफ्तार

बिहार: राज्यपाल कोटे से MLC बनाने के लिए 60 लाख की ठगी, इस नेता ने कर दिया बड़ा खेल, पुलिस ने किया गिरफ्तार

PATNA : बिहार के शिवहर में पुलिस ने एक ऐसे मामले का भंडाफोड़ किया है, जिसने सबको हैरान कर दिया है. दरअसल बिहार में राज्यपाल कोटे से एमएलसी बनाने के लिए 60 लाख रुपये की ठगी करने वाले एक नेता को पुलिस ने धर दबोचा है. जबकि इसका एक और साथी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जो इसका बेटा बताया जा रहा है. बिहार में एक बड़ी पार्टी की मदद से एमएलसी बनाने की बात कहकर इन्होंने एक शख्स को मजबूत चूना लगाया है.


मामला शिवहर जिले के पुरनहिया थाना का है. पुलिस ने वशिष्ठ नारायण झा को गिरफ्तार किया है, जिसने यहां के जाने माने अनीश कुमार झा के साथ मिलकर एक शख्स को बड़ा चूना लगाया. थानाध्यक्ष विजय कुमार यादव की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार की एक बड़ी पार्टी के संपर्क में होने की बात कहकर इन्होंने रितेश कुमार त्रिवेदी को 60 लाख रुपये का चूना लगाया. 


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पुरनहिया थानाध्यक्ष विजय कुमार यादव ने बताया कि 22 मार्च को फूलकहां गांव के रहने वाले रितेश कुमार त्रिवेदी ने थाने में एफआईआर दर्ज कराया और कहा कि पुरनहिया थाना क्षेत्र के चिरैया गांव के रहने वाले अनीश कुमार झा और  उसके पिता वशिष्ठ नारायण झा ने इनके साथ 60 लाग रुपये की ठगी की. रितेश कुमार त्रिवेदी ने पुलिस को बताया कि इन बाप-बेटों ने राज्यपाल कोटे से बिहार विधान परिषद का सदस्य बनवाने के लिए 60 लाख रुपये की ठगी की.


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रितेश कुमार त्रिवेदी ने बताया कि अनीश कुमार झा अपने आप को एक बड़ा नेता बताता है. वह समाजसेवा की बात करता है. उसने झांसा में लेकर अपने बाप के साथ मिलकर धोखा दिया. एमएलसी बनाने के नाम पर पहले 35 लाख का पहला चेक लिया और फिर पिछले साल अगस्त महीने में 25 लाख का दूसरा चेक लिया. दोनों चेक का एचडीएफसी बैंक के माध्यम से भुगतान भी हो गया है. रितेश कुमार त्रिवेदी ने कहा कि जब बिहार में राज्यपाल कोटे से एमएलसी बनने वालों के नाम का एलान हुआ तो उस लिस्ट में उसका नाम नहीं था. फिर इसने अनीश कुमार झा और उसके पिता से इस बारे में बातचीत की तो वे लोग टालमटोल करने लगे. 


अनीश कुमार झा के पिता वशिष्ठ नारायण झा की गिरफ़्तारी के बाद पुरनहिया थानाध्यक्ष विजय कुमार यादव ने बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद जांच शुरू की गई थी. दोनों नामजदों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही थी, जिसमें वशिष्ठ नारायण झा को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया है. दूसरा आरोपी फरार चल रहा है जिसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा.