तेजस्वी ने जनता को लिखा खुला खत: नीतीश सरकार फेल है, हर बिहारी के लिए कठिन परीक्षा की घड़ी

तेजस्वी ने जनता को लिखा खुला खत: नीतीश सरकार फेल है, हर बिहारी के लिए कठिन परीक्षा की घड़ी

PATNA : बिहार में कोरोना महामारी के बीच सियासत भी चरम पर है. एक तरह बीजेपी नीतीश सरकार के फैसले पर उंगली उठा रही है तो दूसरी ओर विपक्ष भी राज्य सरकार पर हमलावर है. इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार की जनता के नाम एक खुला खत लिखा है. कोरोना की रोकथाम और मरीजों के इलाज को लेकर बिहार सरकार की तैयारियों को तेजस्वी यादव ने नाकाफी बताया है.


बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को बिहार के लोगों को खुला खत लिखते हुए सरकार की तैयारियों की आलोचना की और उन्होंने लोगों को खुद का ख्याल रखने का संदेश दिया. तेजस्वी ने कोरोना से लड़ने के लिए लोगों को 10 टिप्स भी दिए और कहा कि इन दस नियमों का पालन कर हम संक्रमण की चपेट में आने से बच सकते हैं. हर बिहारी के लिए ये कठिन परीक्षा की घड़ी है. 


तेजस्वी यादव का राज्यवासियों के नाम खुला ख़त -


प्रिय बिहारवासियों,
शासकीय विफलताओं द्वारा आमंत्रित कोरोना महामारी की दूसरी लहर इंसानों पर कहर बनकर टूट रही है। बिहार की बदहाल स्वास्थ्य संरचना, स्वास्थ्य सेवा, चिकित्सकों और आपातकालीन ज़रूरतों व चिकित्सीय सुविधाओं की भारी कमी से आप भली भाँति अवगत है। सर्वविदित है बिहार के अस्पतालों में दवा, बेड, ऑक्सीजन और ईलाज का घोर अभाव है। यही वजह है चारों ओर लाशों के ढ़ेर लगे है। कोरोना से हुई मौतों के सही आँकड़ों को भी छुपाया जा रहा है। 


मेरी आपसे हाथ जोड़कर पुन: विनम्र अपील है कि मानवता पर आए इस ख़तरे का हमने आपसी सहयोग, सक्रियता, साहस, सतर्कता और जागरूकता के साथ सामना करना है। एक दूसरे का सहयोग करें, नियमों का पालन करें और बचाव के उपायों को अपनाएं। संक्रमित होने के बाद उपचार कराने से बेहतर है हम संक्रमित ना होने के उपायों पर ध्यान दें। 


1. कोरोना के ख़िलाफ जंग में हम सब भी रक्षक है।

2. घबरायें नहीं। लक्षण दिखने और ससमय रिपोर्ट आने पर निरंतर चिकित्सकों से परामर्श लेते रहे।

3. घर में रहना सबसे आसान उपाय है। दुआ और दवा भी यही है। किसी गैर जरुरी कार्य के लिए घर से बाहर ना निकलें। 

4. ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष एहतियात बरतें। महामारी के इस संकट काल में शादी-ब्याह, सामूहिक भोज, मुंडन-जनेऊ, सभा इत्यादि सांस्कृतिक, सामाजिक तथा राजनीतिक कार्यक्रम कुछ समय के लिए स्थगित कर दें।

5. हर व्यक्ति एक दूसरे से कम से कम 6 फ़ीट की दूरी रखे।

6. अपने हाथों को बार-बार साबुन या हैंडवाश से धोते रहें।

7. मास्क का प्रयोग अवश्य करे। मास्क ना हो तों गमछे या रूमाल का प्रयोग कर सकते है।

8. महिलाएं साफ़ दुपट्टा, चुन्नी, ओढ़नी या रूमाल को मास्क के रूप में प्रयोग कर सकती है।

9. बच्चों व बड़े- बुज़र्गों का विशेष ध्यान रखें, उन्हें बचाव के उपाय समझाएं।

10. कोरोना से लड़ना सबकी ज़िम्मेदारी है। सभी ईमानदारी से अपनी अपनी ज़िम्मेदारी निभाएँ। प्रण लें कि हर नियम का पालन करेंगे और दूसरों को प्रेरित करेंगे।


हर बिहारी के लिए ये कठिन परीक्षा की घड़ी है। हम हमेशा मुसीबतों से लड़कर जीतें है। हमारा हिम्मत, हौसला और सही फ़ैसला ही बेहतर परिणाम लाएगा। हम इस बार भी जीतेंगे।


हमारे द्वारा बरती हर सावधानी, अपनाया हुआ बचाव का हर उपाय तथा नियमों का पालन ही राष्ट्र की सच्ची सेवा होगी।


जय हिंद, जय बिहार।