बिहार के दो अधिकारियों को नहीं ढूंढ पाई पुलिस, एक को आश्रम में ढूंढने को कहा तो दूसरे पर इनाम रख दिया

बिहार के दो अधिकारियों को नहीं ढूंढ पाई पुलिस, एक को आश्रम में ढूंढने को कहा तो दूसरे पर इनाम रख दिया

PATNA: बिहार के लापता दो अधिकारियों को पुलिस सुराग नहीं लगा पाई है। मधुबनी के डीपीओ राजेश कुमार मिश्रा और एनएमसीएच के डॉक्टर संजय कुमार का अब तक पता नहीं चल पाया है। इन दोनों मामले में पुलिस के हाथ खाली है। वही बिहटा से अगवा 13 वर्षीय तुषार का भी पता पुलिस नहीं लगा पाई है। हालांकि तुषार के दो दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। फिरौती मांगे जाने से परिजन काफी दहशत में हैं। वही डीपीओ की पत्नी को पुलिस ने कहा कि पति को आश्रम में जाकर ढूंढे वही डॉक्टर की खोज पाने में असफल रही पुलिस ने इनाम की घोषणा कर दी है। 


बता दें कि मधुबनी के डीपीओ राजेश कुमार मिश्रा 5 फरवरी से गायब है। मुजफ्फरपुर के बाद पटना में वे नजर आए थे जिसके बाद से उनका कोई अता पता नहीं चल पा रहा है। राजेश कुमार मिश्रा के ऑफिसियल और पर्सनल दोनों मोबाइल ऑफ है।जब तक मोबाइल ऑन नहीं होगा तब तक ट्रेस नहीं किया जा सकता। पुलिस मोबाइल ऑन होने का इंतजार कर रही है। डीपीओ के लापता हुए 40 दिन से ऊपर हो गये हैं लेकिन पुलिस अभी तक उनका कोई सुराग नहीं लगा पाई है। 


डीपीओ राजेश मिश्रा की पत्नी अर्चना ने बताया कि पति की बरामदगी के लिए वह हर जगह गुहार लगाई लेकिन अभी तक कोई पता नहीं चल सका। उसने हर मंदिर में पति की सलामती के लिए प्रार्थना की पुलिस से भी गुहार लगाई। पुलिस ने कहा कि लापता डीपीओ राजेश मिश्रा को आश्रम में जाकर ढूंढिए। वह अपनी पहचान छिपाकर आश्रम में रह रहे हैं। पुलिस इसे सेक्सटॉर्शन का मामला बता रही है। पुलिस का कहना था कि सेक्सटॉर्शनन गिरोह की पहचान कर ली गयी है। मुजफ्फरपुर पुलिस की एक टीम राजस्थान के भरतपुर में कैंप कर रही है। यही से पूरे देश में न्यूज वीडियो कॉल किया जाता था और लोगों को ब्लैकमेल कर पैसे की मांग की जाती थी। 


डीपीओ राजेश मिश्रा से भी 11 हजार रुपये लेने के बाद और पैसे की मांग की जा रही थी। पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया था। लेकिन उनकी पत्नी को बरामद हु सुसाइड नोट की राइटिंग पर जरा भी विश्वास नहीं है कि वो उनके पति राजेश मिश्रा की राइंटिग है। पत्नी का कहना है कि उनके पति कभी इस तरह का कदम नहीं उठा सकते। पुलिस झूठा आरोप लगा रही है।  


इधर पटना में 1 मार्च को एनएमसीएच के फार्माकोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ. संजय कुमार अचानक गांधी सेतु पुल से गायब हो गये। गांधी सेतु से उनकी कार मिली है कार से दो मोबाइल भी मिला लेकिन डॉक्टर साहब का पता अब तक नहीं लग सका है। गांधी सेतु से कार मिलने के बाद पुलिस को लगा था कि कही उन्होंने गंगा नदीं में तो छलांग नहीं लगा दी। जिसके बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को सर्च अभियान में लगाया गया। इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला गया लेकिन अब तक कोई ठोस सफलता हासिल नहीं हुई। 


उधर डॉक्टर की पत्नी ने अपहरण की आशंका जताते हुए थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी जिसके बाद पुलिस ने खोजबीन शुरू की। डॉक्टर के गायब हुए 19 दिन हो गये हैं लेकिन अब तक उनका पता नहीं चल पाया है। डॉक्टर को खोज पाने में असफल होने पर पुलिस ने ईनाम की घोषणा कर दी। जो भी डॉक्टर साहब के बारे में जानकारी देगा उसे दो लाख रुपये से बिहार पुलिस पुरस्कृत करेगी। लेकिन पुरस्कार की घोषणा के बाद भी अब तक डॉक्टर संजय का पता नहीं चल पाया है। पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि जब कोई क्लू नहीं मिला तो पुलिस ने इनाम की घोषणा कर दी। अब तक डॉक्टर साहब का पता नहीं लगने से पत्नी और परिवार वाले काफी सदमे में हैं। उधर आईएमए ने मामले की जांच किसी अन्य एजेंसी से कराने और डॉक्टर संजय की सकुशल बरामद की मांग की है। 


वही पटना के बिहटा से अगवा 13 साल के तुषार का तीन दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। मामले में दो संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उनमें एक राजकिशोर है जो खाद विक्रेता बेटा है और तुषार का दोस्त है। गायब होने से पहले राजकिशोर उसके साथ था। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है। तुषार छह बहनों में एकलौता भाई है। भाई के अपहरण की सूचना मिलने के बाद सभी बहने घर पहुंची है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। दरअसल खेलने की बात कहकर वह घर से निकला था जिसके बाद से वो गायब हो गया। जिसके कुछ देर बाद पिता के मोबाइल पर वाट्सएप वॉइस मैसेज आया कि 40 लाख दें नहीं तो बेटे की हत्या कर देंगे। 


तुषार के पिता राजकिशोर पंडित बिहटा के उत्क्रमित मध्य विद्यालय श्रीरामपुर के प्राचार्य हैं। इकलौते पुत्र के अचानक लापता होने से उनके दिल पर क्या गुजर रही है यह किसी से छिपी नहीं है। परिजन तुषार के सकुशल वापसी की मांग पुलिस से कर रहे हैं। तुषार के पिता के मोबाइल पर दो बार धमकीभरा वॉइस मैसेज आ चुका है। जिससे परिजन काफी सदमें में है। मैसेज भेजने वाले ने फिरौती की मांग करते हुए कहा कि 40 लाख रुपये का प्रबंध करों नहीं तो बेटे से हाथ धो दोंगे। फिलहाल पुलिस घटना की हरके बिन्दुओं की जांच कर रही है। 


पटना से शिक्षक के बेटे और मुजफ्फरपुर में डॉक्टर के बेटे के अपहरण के बाद गोपालगंज में बदमाशों ने पोस्ट ऑफिस क्लर्क के बेटे को अगवा कर लिया है। अपहरण की जानकारी मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अगवा तीसरी कक्षा के छात्र को नशे की हालत में बरामद कर लिया। 


दरअसल, नालंदा जिले के रहने वाले प्रवीण कुमार गोपालगंज में पोस्ट ऑफिस क्लर्क के तौर पर काम करते हैं। प्रवीण कुमार नगर थाना क्षेत्र के अधिवक्ता नगर मोहल्ले में किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रहते हैं। प्रवीण का बेटा अभिषेक तीसरी क्लास का छात्र है। शनिवार की शाम अभिषेक घर के पास खेल रहा था, इसी दौरान अचानक लापता हो गया। काफी खोजबीन के बाद जब उसका कहीं पता नहीं चला तो परिजनों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी।


छात्र के अगवा होने की जानकारी जैसे ही नगर थाने को मिली पुलिस अधिकारियों में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों के बयान के आधार मामले की छानबीन शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुजेज में अभिषेक खेलता हुआ दिखा है और उसके बाद अचानक लापता हो जाता है। बच्चे के लापता होने के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और वे अनहोनी का आशंका से सहमे हुए हैं। पुलिस ने जल्द ही बच्चे को बरामद कर लेने का भरोसा दिलाया है।


उधर, इस मामले को लेकर डीआईजी जयंतकांत का बयान आया है। डीआईजी जयंत कांत ने कहा है कि गोपालगंज में हुए अपहरण के मामले में केस दर्ज करने के बाद पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अगवा तीसरी कक्षा के छात्र को नशे की हालत में बरामद कर लिया गया है। बच्चे की बरामदगी की जानकारी उसके माता-पिता को दे दी गई है और सीडब्ल्यूसी के माध्यम से मेडिकल जांच के बाद बच्चे को उन्हें सौंप दिया जाएगा। करीब 15 घंटे के भीतर अगवा मुजफ्फरपुर के डॉ. एसपी सिन्हा के इकलौते बेटे विवेक को आरा में सकुशल बरामद किया गया।