बीच सड़क पर पॉलिटेक्निक छात्रों का तांडव, बाराती बस पर जमकर बरसाए पत्थर; थाने के कंप्यूटर ऑपरेटर का सिर फोड़ा

बीच सड़क पर पॉलिटेक्निक छात्रों का तांडव, बाराती बस पर जमकर बरसाए पत्थर; थाने के कंप्यूटर ऑपरेटर का सिर फोड़ा

DARBHANGA : खबर बिहार के दरभंगा से निकल कर सामने आ रहा है। जहां बीच सड़क पॉलिटेक्निक छात्रों ने जमकर तांडव मचाया है। इन लोगों ने बराती बस पर जमकर तांडव मचाया है। इतना ही नहीं इनलोगों ने बारातियों को जमकर पीटा है। इसके बाद पुरे इलाके में अफरा - तफरी का माहौल कायम हो गया है। इस घटना के बाद सभी लोग काफी डरे सहमे से नजर आ रहे हैं। 


मिली जानकारी के अनुसार, दरभंगा जिले के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के कादिराबाद चौक पर पॉलिटेक्निक के छात्रों ने जमकर उत्पात मचाया। बस से बराती जा रहे स्थानीय लोगों के साथ मारपीट की। बस का शीशा तोड़ दिया गया। बीच-बचाव करने आए स्थानीय निवासी सह विश्वविद्यालय थाने के निजी कंप्यूटर ऑपरेटर रवि प्रकाश का सिर फोड़ दिया। घटना के बाद वहां अफरातफरी मच गई।


वहीं, इस घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची पर तब तक पॉलिटेक्निक के सभी उत्पाती छात्र वहां से जा चुके थे। घटना के बाद सैकड़ों स्थानीय लोग सड़क पर जुट गए। वे लोग पॉलिटेक्निक के छात्रों पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। सड़क पर ही बारात की बस लगी हुई थी, जिसके कारण वहां काफी देर तक यातायात अवरुद्ध रहा।


 बताया जाता है कि कादिराबाद मोहल्ले के ही एक युवक की बरात मधुबनी जिले के खजौली जा रही थी। बरातियों से भरी बस मुख्य सड़क से गुजर रही थी। इस दौरान वहां सड़क भी जाम थी। वहां पर बस के चालक एवं सड़क किनारे खड़े पॉलिटेक्निक के कुछ छात्रों में किसी बात को लेकर विवाद हुआ। कुछ देर बाद बड़ी संख्या में पॉलिटेक्निक के और छात्र वहां पहुंचे।


 वे लोग बस के अंदर घुसकर ड्राइवर एवं बारातियों से मारपीट करने लगे। घटनास्थल के बगल के ही रहने वाले थाने के निजी कंप्यूटर ऑपरेटर रवि प्रकाश बीचबचाव करने आए। पॉलिटेक्निक के छात्रों ने रॉड से रवि के सिर के पीछे मार दिया। इसमें रवि का सिर फट गया। उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कई अन्य बारातियों को भी चोट आई है। 


उधर, इस मामले में थाना अध्यक्ष मदन प्रसाद ने कहा कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। दोषियों के खिलाफ समुचित कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इस संबंध में बात करने के लिए पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य केके पाठक को कई बार फोन किया गया, पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।