भाई को MLC बनाकर मंत्री बनाना चाहते हैं सहनी! बंद कमरे में JDU के दो मंत्रियों के सामने कह दी दिल की बात

भाई को MLC बनाकर मंत्री बनाना चाहते हैं सहनी! बंद कमरे में JDU के दो मंत्रियों के सामने कह दी दिल की बात

PATNA : भाई को वीआईपी ट्रीटमेंट दिलवाने के मामले में चौतरफा घिरे मंत्री मुकेश सहनी की प्लानिंग बड़ी है. मुकेश सहनी चाहते हैं कि उनके भाई और वीआईपी अध्यक्ष संतोष सहनी ना केवल विधान परिषद जाएं बल्कि उन्हें राज्य कैबिनेट में मंत्री भी बनाया जाए. उन्होंने अपने दिल की बात जेडीयू कोटे के दो मंत्रियों के सामने कह भी डाली. दरअसल यह पूरी घटना शुक्रवार की है.


शुक्रवार को बिहार विधान मंडल में मंत्री मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी के सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने और उसमें औपचारिक भूमिका निभाने को लेकर विपक्ष की तरफ से जबरदस्त हंगामा किया गया. विधानसभा और विधान परिषद में विपक्ष ने इस मसले पर सरकार की जमकर फजीहत की हंगामा देखकर मुख्यमंत्री ने खुद विधानसभा में ऐलान किया कि वह इस मामले में रिपोर्ट लेंगे. विधानसभा से निकलने के बाद नीतीश कुमार ने इस पूरे प्रकरण में मंत्री मुकेश सहनी को बातचीत के लिए बुलाया लेकिन सूत्रों की मानें तो उस वक्त मुकेश सहनी के तेवर बहुत कड़े थे. नीतीश कुमार को भी इस बात का अंदाजा था और यही वजह रही कि उनकी तरफ से पहले दो मंत्रियों को मुकेश सहनी के पास भेजा गया. 


जानकार सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले मंत्री अशोक चौधरी और संजय झा मुकेश सहनी को समझाने के लिए विधान परिषद पहुंचे थे. उनकी बात जब मुकेश सहनी से हो रही थी. इस दौरान दोनों मंत्रियों की बातचीत बेहद शालीन रही लेकिन मुकेश सहनी के तेवर नरम नहीं पड़ रहे थे.  सूत्रों की मानें तो मुकेश सहनी ने जेडीयू के दोनों मंत्रियों को दो टूक कह दिया कि वह अपने भाई संतोष सहनी को एमएलसी बनाकर मंत्री बनाना चाहते हैं. मुकेश सहनी ने यह भी दावा किया कि विधान परिषद में राज्यपाल कोटे से जिन सीटों पर मनोनयन होना है, उसमें एक सीट पर उनकी दावेदारी है. सहनी को समझाने पहुंचे जेडीयू के दोनों मंत्रियों को निराशा झेलनी पड़ी.


मुकेश सहनी के तेवर इस मामले पर कैसे हैं. इस बात की जानकारी जैसे ही नीतीश कुमार को मिली उन्होंने पूरे मामले में बीजेपी को भी साथ ले लिया. जानकार बताते हैं कि जेडीयू की तरफ से इस मामले में बीजेपी के केंद्रीय नेताओं को जानकारी दी गई. उसके बाद मंगल पांडे को मीटिंग फिक्स कराने का जिम्मा दिया गया. मंत्री मंगल पांडे की पहल पर विधान परिषद में 3 बजे का वक्त तय किया गया और जिस वक्त नीतीश कुमार से मिलने मुकेश सहनी पहुंचे, उस वक्त मंगल पांडे भी वहां मौजूद थे.


फर्स्ट बिहार आपको पहले ही बता चुका है कि मुकेश सहनी किस तरह लालू यादव की तस्वीर लेकर नीतीश कुमार के सामने पहुंचे थे. कैसे उन्होंने लालू के एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर दलील दी और अपने भाई के सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने को सही ठहराने की कोशिश की. सहनी जिस वक्त नीतीश कुमार से मिलने पहुंचे, उस वक्त भी उनके तेवर कड़े थे. लेकिन मीटिंग से निकलने के बाद उनके रुख में अचानक बदलाव आ गया. उन्होंने मीडिया के सामने जाकर इस पूरी घटना पर खेद भी जताया. अब सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा है कि जेडीयू कोटे के दो मंत्रियों को कड़े तेवर दिखाने वाले सहनी को बीजेपी ने अपना कड़ा तेवर दिखा दिया. इसके बाद सहनी के तेवर नरम पड़े और उन्होंने खेद जताया.