आटा - चावल बेचने वाले को नीतीश ने दी इज्जत, बोले JDU प्रदेश अध्यक्ष ... कोई आए- जाए नहीं पड़ता असर

आटा - चावल बेचने वाले को नीतीश ने दी इज्जत, बोले JDU प्रदेश अध्यक्ष ... कोई आए- जाए नहीं पड़ता असर

PATNA  : जेडीयू के अंदर मचे घमासान के बीच अब उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार से अपने हिस्सेदारी की मांग कर डाली है। जिसके बाद अब इसको लेकर जेडीयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा की प्रतिक्रिया निकल कर सामने आई है। उन्होंने साफ़ तौर पर उपेंद्र कुशवाहा पर तीखा तंज कसते हुए कहा है कि, सीएम ने तो आटा - चावल बचने वालों को बिहार विधान परिषद का सदस्य बनाया ओर बिहार का नेता बनाया ओर आज लोग उनसे हिस्सेदारी की मांग कर रहे हैं। 


इसके आलावा उन्होंने उपेंद्र कुशवाहा को लेकर कहा कि, कल तक वो लगातार बात कर रहे थे संगठन को मजबूत करने को लेकर और आज वो हिस्सेदारी मांगने लगे हैं।  इस बात को तो उन्हें खुद शर्म आनी चाहिए।  सीएम ने जिसको उपेंद्र सिंह से कुशवाहा बनाया और इतना ही नहीं विरोधी दल के नेता तक का पद दिया और राजयसभा तक भेजा और जब वो बेरोजगार हो गए और आटा - चावल बेच रहे थे तो इनकी मदद कर विधान परिषद् में भेजा। इसके बाबजूद आज वो हिस्सेदारी की मांग कर रहे हैं, मुझे तो उनकी मांग सुनकर ताजुब लगता है। 


इसके आलावा उन्होंने कहा कि, आज जब मैं उनके कुछ ट्वीट को देख रहा था तो सदस्ता को लेकर भी उन्होंने सवाल उठाया था और इसकी हकीकत यह है कि आज हमारी पार्टी में हजारों लोग जुड़ें हैं, इसके बाबजूद वो इस तरह की बात कह रहे हैं तो मुझे तो ताजुब होता है। उमेश कुशवाहा ने कहा कि, यह बात अलग है कि, उपेंद्र जी से पार्टी की सदस्य्ता अभियान नहीं हुआ वो जो 50 हजार लोगों के लिए पर्ची ले गए वह भी जमा नहीं कर सके तो बाकी की बात ही अलग है। इसलिए कोई आए या फिर चला जाए मुझे कोई परवाह नहीं है। 


आपको बताते चलें कि, उपेंद्र कुशवाहा के बयानों को लेकर जेडीयू के अंदर उनके खिलाफ गहरी नाराजगी देखी जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो इतने नाराज हैं कि उपेंद्र कुशवाहा का नाम तक नहीं सुनना चाहते हैं। बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कह दिया था कि कुशवाहा जितना जल्दी जाना चाहें.. जेडीयू छोड़कर चलें जाएं