25 फीसदी बिहारी वोटर्स वाले दिल्ली के चुनाव में BJP को न गिरिराज की जरूरत न सुशील मोदी, स्टार प्रचारकों की सूची में नाम नहीं

25 फीसदी बिहारी वोटर्स वाले दिल्ली के चुनाव में BJP को न गिरिराज की जरूरत न सुशील मोदी, स्टार प्रचारकों की सूची में नाम नहीं

DELHI: दिल्ली में हो रहे विधानसभा चुनाव में बिहारी वोटरों को अपने पाले में लाने के लिए सभी प्रमुख पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। दरअसल लगभग सभी ये मान रहे हैं कि दिल्ली में बिहार के वोटर्स ही निर्णायक साबित होने जा रहे हैं। लेकिन बिहार मूल के वोटरों को अपने पाले में लाने के लिए BJP को बिहारी नेताओं की जरूरत महसूस नही हो रही है। पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची में बिहार के किसी बड़े नेता को जगह नही दी है।


गिरिराज, रविशंकर, सुशील को जगह नही

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जारी स्टार प्रचारकों की सूची में BJP ने बिहार के किसी बड़े नेता को जगह नही दी है। मोदी मंत्रिमंडल के बड़े चेहरे रविशंकर प्रसाद का नाम सूची से गायब है। बिहारियों के बीच अच्छी पकड़ रखने वाले और फायर ब्रांड नेता गिरीराज सिंह की भी जरूरत पार्टी को महसूस नही हुई। 40 स्टार प्रचारकों की सूची में बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी और केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे को भी जगह नही दी गयी है।


स्टार प्रचारकों में नित्यानंद राय शामिल

दिल्ली के लिए BJP के स्टार प्रचारकों की सूची में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय को शामिल किया गया है। हालांकि इसका कारण कुछ और है। नित्यानंद राय को पार्टी ने दिल्ली चुनाव का सह प्रभारी बना रखा है। लिहाजा उन्हें स्टार प्रचारक बनाना तय ही था। उन्होंने पार्टी के उम्मीदवारों के चयन में भी अहम रोल निभाया है।


मनोज तिवारी, रवि किशन, निरहुआ से चला लेंगे काम

BJP के वरीय नेता ने कहा कि पार्टी ने पहले से ही बिहार के मनोज तिवारी को प्रदेश अध्यक्ष बना रखा है। अच्छी तादाद में बिहार के लोगो को टिकट भी दिया गया है। अगर इसके बावजूद कोई कमी होगी तो उसके लिए रवि किशन और दिनेश लाल यादव निरहुआ हैं ही। दोनो को स्टार प्रचारक बनाया गया है। भाजपा बिहारी वोटर्स को पूर्वांचली के तौर पर देखती है। उसे ये लग रहा है कि रविशंकर प्रसाद, गिरिराज सिंह और सुशील मोदी से कहीं ज्यादा पकड रवि किशन और निरहुआ की है। भोजपुरी फ़िल्म स्टार से बीजेपी के नेता बने दोनो कलाकारों की पकड़ न सिर्फ बिहार बल्कि उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से के वोटर्स पर भी है। लिहाजा उन्हें स्टार प्रचारक बनाना ज्यादा बेहतर माना गया।


वैसे स्टार प्रचारक नही बनाने का मतलब ये नही है कि बिहार के नेताओं से चुनाव में काम नही लिया जाएगा। BJP ने बिहार के एक हजार से ज्यादा नेताओं कार्यकर्ताओं को दिल्ली चुनाव मे लगाया है। वे दिल्ली में कैम्प कर रहे हैं।